संक्रमित मरीज की मौत, स्वजन ने किया हंगामा
इमरजेंसी स्टाफ का आरोप चिकित्सक से की अभद्रता स्वजन बोले मेरे मरीज को नहीं दी आक्सीजन सैफई कर रहे थे रेफर
जासं, मैनपुरी: इलाज के दौरान एक कोविड संक्रमित मरीज की मौत हो गई। स्वजन ने उपचार में लापरवाही और समय पर आक्सीजन न देने का आरोप लगाते हुए इमरजेंसी में जमकर हंगामा किया। डाक्टरों पर एल-2 अस्पताल के बजाय सैफई रेफर किए जाने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर चिकित्सक और इमरजेंसी स्टाफ ने स्वजन पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए सुरक्षा की मांग की है।
बिछवां थाना क्षेत्र के गांव औरंध निवासी धर्मेंद्र सिंह (45) पुत्र फौजदार सिंह की तबीयत बिगड़ने पर स्वजन द्वारा 25 अप्रैल रविवार की रात 11:45 बजे जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा उस समय इनका आक्सीजन लेवल जांचा गया तो एसपीओटू 38 मिला था। हालत गंभीर देख रात को इमरजेंसी में ही भर्ती कर दिया गया। थोड़ी देर बाद चिकित्सकों ने इन्हें सैफई के लिए रेफर कर दिया।
एंबुलेंस न मिलने के कारण स्वजन सैफई नहीं ले गए। इमरजेंसी में ही भर्ती रखा। सोमवार की सुबह नौ बजे दोबारा सांसें उखड़ने लगीं। फिर से आक्सीजन लेवल की जांच की गई तो 35 एसपीओटू निकला। तत्काल सैफई ले जाने की सलाह दी। यहां 9:45 बजे उनकी मौत हो गई। मौत के बाद स्वजन द्वारा चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा गया। उधर इमरजेंसी स्टाफ का कहना है कि मरीज के स्वजन द्वारा बदसलूकी की गई है। चिकित्सकों ने अब सुरक्षा की मांग की है।
50 कदम पर था एल-2 अस्पताल, 40 किमी दूर कर दिया रेफर
स्वजन का कहना है कि जब मरीज का आक्सीजन लेवल कम मिला था, उसी वक्त यदि एल-2 आइसोलेशन अस्पताल में वेंटीलेटर पर भर्ती कर आक्सीजन दी जाती तो शायद जान बच सकती थी। आरोप है कि एल-2 में सभी प्रकार की सुविधा होने के बावजूद उन्हें 40 किमी दूर सैफई के लिए रेफर किया जा रहा था। स्वजन द्वारा अब चिकित्सकों की लापरवाही की जांच कराए जाने की मांग डीएम से की गई है।
हम सुविधानुसार सभी को उपचार दे रहे हैं। गंभीर मरीजों को ही सैफई के लिए रेफर किया जा रहा है। इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।
डा. अशोक कुमार
कार्यवाहक सीएमएस
जिला अस्पताल।