दूसरों का सहारा लेकर आए, गए अपने पैरों पर खड़े होकर

मैनपुरी ब्लाक में दिव्यांगजनों को उपकरण और कैलीपर्स बांटे गए। उपकरण मिलने के बाद निशक्तजनों के चेहरों से संतोष के भाव झलके।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:22 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 05:22 AM (IST)
दूसरों का सहारा लेकर आए, गए अपने पैरों पर खड़े होकर
दूसरों का सहारा लेकर आए, गए अपने पैरों पर खड़े होकर

जासं, मैनपुरी: बानपुरा निवासी आठ साल का सूरज पैदा होने के समय ही दिव्यांग था, स्वजन ने इलाज कराया, लेकिन फायदा नहीं मिला। दिव्यांगता जीवन भर के लिए बन गई। घर में वह घिसटकर जरूरतों को पूरा करता है। अब दोनों पैरों में कृत्रिम अंग पहनने के बाद वह चलने लगा। यह अकेले सूरज का दर्द नहीं, ऐसे निशक्तजन जिले में सैंकड़ों हैं।

रविवार को दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने मैनपुरी ब्लाक में कार्यक्रम के दौरान ऐसे दिव्यांगों को कैलीपर्स और कृत्रिम उपकरण बांटे तो केवल सूरज ही नहीं देबास की रेखा समेत 63 दिव्यांगों के चेहरों पर संतोष के भाव नजर आए। दिल्ली से आए प्रोटोटिक्स संस्था के राजेंद्र ने खुद दिव्यांग होने के बाद भी दूसरे दिव्यांगों को साथी की मदद से पैरों में कृत्रिम अंग और कैलीपर्स लगाए। स्वजन की मदद से आए दिव्यांग ऐसे उपकरण की सहायता मिलने के बाद खुद ही कदम बढ़ाते हुए गए। इन अंगों के लिए इस माह की शुरूआत में दिव्यांगों का चयन हुआ था। सकारात्मक सोच से आगे बढ़े दिव्यांग: डीएम

जासं, मैनपुरी: डीएम महेन्द्र बहादुर सिंह ने सशक्त दिव्यांग-सशक्त समाज कार्यशाला में दिव्यांगजनों से कहा कि आप खुद को असहाय महसूस न करें, नकारात्मक सोच त्याग कर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। आप सब सभ्य समाज का अहम हिस्सा है। किसी भी दिव्यांग को कोई समस्या हो तो कार्यदिवस में उनसे संपर्क कर बताएं, समस्या का प्राथमिकता पर निदान होगा।

मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने कहा कि दिव्यांगों के साथ शासन और सरकार है, उनकी हर समस्या को प्राथमिकता से दूर किया जाएगा। जरूरतमंद को उपकरण का इंतजाम कराया जाएगा।

कार्यशाला में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अमित मिश्रा ने दिव्यांगजनों के संवैधानिक, विधिक अधिकारों की जानकारी दी। सीआरसी गोरखपुर के सहायक आचार्य नीरज मधुकर ने दिव्यांगजनों के पुनर्वास, दिव्यांगजनों की पहचान, निवारण के बारे में समेकित शिक्षा के शिक्षा विशेषज्ञों ने जानकारी दी।

जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि आइओसीएल की टूंडला-औरेया पाइप लाइन डिवीजन द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को उनके विधिक अधिकारों, संचालित कल्याणकारी योजनाओं के बारे में अवगत कराना था। उन्होंने दिव्यांगजनों के सर्वागीण विकास, उनके उत्थान के लिए विभाग की संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर आचार्य टीईपी सेंटर धीरेन्द्र कुमार यादव, आइओसीएल के प्रतिनिधि मनीष कुमार सहित बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित रहे। हौसले से भरिए उड़ान, सपने होंगे पूरे-

कार्यशाला के दौरान अपर जिला जज शक्ति सिह ने दिव्यांग महिला आइएएस प्रांजल पाटिल की सफलता से दिव्यागों को जोड़ा तो सीडीओ ईशा प्रिया ने उनको फोन मिलाया, उद्देश्य बताया। इसके बाद प्रांजल पाटिल ने मोबाइल फोन से दिव्यांगों को संबोधित किया। कहा, हौंसलों के सहारे जीवन पथ पर आगे बढि़ए, सपने पूरे होंगे। दिव्यांगता को सपनों की उड़ान में बाधक मत बनाइए।

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