नवीगंज में बुलडोजर ने ध्वस्त किए सड़क किनारे के मकान

बेवर संसू। नवीगंज में मंगलवार को शाम हाईवे की सीमा में आ रहे मकानों को धराशाई करने को प्रशासन ने दोबारा बुलडोजर चलवाया। जेसीवी चलते ही गांव में अफरातफरी मच गयी। भवन स्वामियों ने विरोध किया लेकिन प्रशासन ने एक न सुनी। लोगों ने अतिक्रमण हटवाने में भेदभाव बरतने का प्रशासन पर आरोप लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 06:40 AM (IST)
नवीगंज में बुलडोजर ने ध्वस्त किए सड़क किनारे के मकान
नवीगंज में बुलडोजर ने ध्वस्त किए सड़क किनारे के मकान

संसू, बेवर: नवीगंज में मंगलवार को शाम हाईवे की सीमा में आ रहे मकानों को धराशाई करने को प्रशासन ने दोबारा बुलडोजर चलवाया। जेसीवी चलते ही गांव में अफरातफरी मच गयी। भवन स्वामियों ने विरोध किया, लेकिन प्रशासन ने एक न सुनी। लोगों ने अतिक्रमण हटवाने में भेदभाव बरतने का प्रशासन पर आरोप लगाया।

नवीगंज में हाईवे अथारिटी द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया है, जिसके चलते पूर्व में सड़क सीमा में बने मकानों को ध्वस्त कराया गया था। कुछ मकानों को गिराने के बाद भवन स्वामियों के आग्रह पर कार्रवाई अस्थाई रूप से रोक दी गई थीं। ध्वस्तीकरण कार्रवाई के बाद अभी तक लोगों द्वारा सड़क सीमा में आ रहे मलबे और अतिक्रमण को नहीं हटवाया गया था। इसको लेकर किसी ने एसडीएम भोगांव से शिकायत की गई थी। इस पर मंगलवार को तहसीलदार राकेश कुमार जयंत ने बेवर और नवीगंज चौकी फोर्स के साथ जेसीबी ले जाकर उक्त अतिक्रमण को हटवाना शुरू कर दिया गया। अतिक्रमण हटवाए जाने के दौरान कई लोगों ने जोरदार विरोध किया। भवन स्वामियों का कहना है कि जब हाईवे बन गया है तो अब प्रशासन ध्वस्तीकरण की कार्रवाई क्यों कर रहा है। प्रशानिक अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटवाने को लेकर घंटों जिद्दोजहद करनी पड़ी। इस मौके पर लेखपाल प्रशांत राठौर, विमल भदौरिया समेत कई राजस्वकर्मी मौके पर मौजूद रहे।

एसडीएम सुधीर कुमार का कहना है कि पहले पूर्व में ही भवन स्वामियों को नोटिस देकर चेतावनी भी दी गई थी कि वह अतिक्रमण स्वयं हटा लें, सरकारी जमीन से अवैध अतिक्रमण किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाख, हर हाल में हटाना होगा। जर्जर बूथ भवन होंगे संभाजित

जासं, मैनपुरी: आगामी विधानसभा चुनाव में कोविड 19 को लेकर मतदेय स्थलों की संख्या बढ़ाई जानी है। मंगलवार को सीडीओ एवं प्रभारी उप जिला निर्वाचन अधिकारी विनोद कुमार ने इस संबंध में राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक में उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कोविड-19 के दृष्टिगत 1200 से अधिक मतदाता वाले बूथ, जर्जर बूथ भवन और 300 से कम मतदाता वाले बूथ स्थलों के संभाजन के संबंध में प्राप्त राजनीतिक दलों की आपत्तियों पर विचार-विमर्श किया गया। प्रभारी उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आयोग की मंशा के अनुसार बूथों का निर्धारण किया जाना है, इसमें सभी लोग सहयोग करें। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी में 1200 से अधिक मतदाता वाले 11 बूथ हैं, जबकि चार बूथों के भवन जीर्णशीर्ण स्थिति में हैं। बूथ संख्या 26, 234 पर 300 से कम मतदाता हैं। विधानसभा क्षेत्र भोगांव में 1200 से अधिक मतदाता वाले छह बूथ हैं, दो भवन जीर्णशीर्ण, जबकि बूथ संख्या 164, 194, 234, 309 पर 300 से कम मतदाता हैं। सीडीओ ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र किशनी में 1200 से अधिक मतदाता वाले पांच बूथ हैं, यहां 300 से कम मतदाता किसी भी बूथ पर नहीं हैं, दो बूथ भवन जीर्णशीर्ण हैं। विधानसभा क्षेत्र करहल में 1200 से अधिक मतदाता वाले छह, 300 से कम संख्या वाले तीन बूथ हैं, छह बूथों के भवन जीर्णशीर्ण हालात में हैं, जिन्हें आयोग के निर्देशानुसार संभाजित किया जाना है। इस पर विभिन्न दलों द्वारा आपत्तियां प्रस्तुत की गई हैं, जिनका आज राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, संबंधित एसडीएम की उपस्थिति में निराकरण किया गया।

बैठक में सभी एसडीएम के अलावा सदर विधायक राजकुमार यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप चौहान, सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनीता शाक्य, विद्याराम यादव, अरविंद तोमर, मानसिंह सुमन एड., सहायक निर्वाचन अधिकारी फूलचंद, सुनील कुमार मिश्र आदि उपस्थित रहे।

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