कूड़े के विवाद में मारपीट, पथराव के बाद फायरिग
किसी पक्ष ने नहीं दी तहरीर तो उप निरीक्षक ने दर्ज कराई रिपोर्ट दोनों पक्षों के चार आरोपितों को किया गिरफ्तार अन्य की तलाश
जासं, मैनपुरी : गली में कूड़ा उठाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान पहले मारपीट, पथराव हुआ फिर गोलियां चलने लगीं। मौके पर पहुंची पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।
थाना कुरावली क्षेत्र के गांव जमलापुर निवासी रामबरन और धर्मेंद्र के बीच गली में कूड़ा डालने को लेकर विवाद रहता है। दोनों पक्षों में कई बार टकराव हो चुका है। रविवार को फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इस दौरान पहले दोनों ओर से जमकर मारपीट के बाद पथराव हुआ फिर गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। सूचना मिलने पर एसआइ कपिल वशिष्ठ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए तो बवाल कर रहे लोग फरार हो गए। घटना को लेकर किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी तो उप निरीक्षक द्वारा दोनों पक्षों के रामबरन, धर्मेंद्र, डोलू, विनेश, रामेंद्र, हरिकेश, ओमवीर, रामानंद, सुमित, ललित, शिवकुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपित रामबरन, रामानंद, हरकेश और रामेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसआइ सुखवीर सिंह ने बताया कि अन्य आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अनशन करेगा पुलवामा बलिदानी का परिवार
संसू, बरनाहल : पुलवामा शहीद रामवकील के नाम पर विद्यालय की स्थापना और स्मारक का गेट न बनवाए जाने से नाराज बलिदानी के स्वजन ने शहीद स्मारक पर आमरण अनशन करने का एलान किया है।
क्षेत्र के गांव विनायकपुर निवासी सीआरपीएफ जवान रामवकील 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले में शहीद हो गए थे। उनके शव का गांव में अंतिम संस्कार किया गया था। अधिकारियों ने इस स्थान पर शहीद स्मारक बनाने का वादा किया था। इस स्थान पर जाने के लिए कोई रास्ता न होने के कारण शहीद की पत्नी गीता देवी ने पास ही स्थित जमीन को 16 लाख रुपये में खरीदा था, ताकि रास्ते का निर्माण हो सके। गीता देवी का आरोप है कि जमीन की आधी कीमत लेने के बाद भी जमीन स्वामी पुष्पा देवी ने खेत का बैनामा करने का इन्कार कर दिया है। इसके बावजूद शहीद के नाम पर विद्यालय स्थापित नहीं किया गया है। न ही स्मारक का गेट तैयार कराया गया है। शहीद की पत्नी ने अधिकारियों को भेजे शिकायती पत्र में बैनामा न करने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई कराने और शहीद के नाम पर विद्यालय स्थापित करने व स्मारक का गेट निर्माण कराए जाने की मांग की। इसके साथ ही धमकी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे परिवार सहित शहीद स्मारक स्थल आमरण अनशन करेंगी।