लेखपाल के पास अकूत संपत्ति, मकान व दुकान कुर्क

जालसाज प्रदीपेंद्र की अब तक 5.50 करोड़ की संपत्ति का आकलन किया जा चुका है। गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 06:01 AM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 06:01 AM (IST)
लेखपाल के पास अकूत संपत्ति, मकान व दुकान कुर्क
लेखपाल के पास अकूत संपत्ति, मकान व दुकान कुर्क

जासं, मैनपुरी: गैंगस्टर एक्ट के मामले में सलाखों के पीछे पहुंचे लेखपाल प्रदीपेंद्र सिंह राठौर ने अकूत दौलत जुटाई है। अब तक की जांच में पुलिस ने उसकी संपत्ति का आकलन 5.50 करोड़ रुपये का किया है। इसमें से पुलिस ने गुरुवार को शहर में चार मंजिला आलीशान मकान और दुकान को कुर्क कर लिया। नोएडा सहित अन्य स्थानों पर संपत्ति को कुर्क करने की भी कार्रवाई की जाएगी।

शहर के मुहल्ला राजा का बाग निवासी लेखपाल प्रदीपेंद्र सिंह राठौर मूल रूप से कुरावली थाना क्षेत्र के गांव फतेहगंजपुर का है। वो वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक भोगांव तहसील में लेखपाल तैनात रहा। तैनाती के दौरान तहसील भोगांव क्षेत्र के गांव अहिरवा में उसने सरकारी 950 बीघा जमीन को फर्जी तरीके से अपने रिश्तेदारों और अन्य लोगों के नाम अंकित कर दिया। वर्ष 2018 में उसके इस शातिरपन का भंडाफोड़ हुआ। लेखपाल प्रदीपेंद्र सिंह राठौर सहित 52 आरोपितों के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज कराई गई। वर्ष 2020 में लेखपाल प्रदीपेंद्र और उसके साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मामला दर्ज किया गया।

एसपी अविनाश पांडेय ने आरोपित लेखपाल द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कराई। संपत्ति की जांच हुई। अब तक के आकलन के अनुसार, आरोपित लेखपाल 5.50 करोड़ की संपत्ति का मालिक निकला। यह संपत्ति लेखपाल और उसकी मां के नाम अंकित मिली।

गैंगस्टर एक्ट के मामले में जांच एसओ बिछवां कर रहे हैं। कुछ दिन पहले आरोपित लेखपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उसकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई के लिए पुलिस ने अपनी आख्या डीएम कोर्ट में प्रस्तुत की। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा संपत्ति जब्त करने का आदेश जारी किया गया। इस पर पुलिस ने गुरुवार को राजा का बाग स्थित उसके आलीशान मकान और देवी रोड स्थित दुकान को सील कर दिया। - भारी संख्या में तैनात रहा पुलिस बल

आरोपित का मकान और दुकान सील करने के लिए तहसीलदार मैनपुरी गुरुवार दोपहर मौके पर पहुंच गए। उनके साथ सीओ सिटी अभय नारायण राय, सीओ भोगांव अमर बहादुर, इंस्पेक्टर कोतवाली भानु प्रताप सिंह और कई थानों की पुलिस मौजूद थी। साढ़े चार घंटे में मकान को सील कर पाए अधिकारी

मकान कुर्क करने की कार्रवाई के लिए अधिकारी और पुलिस दोपहर साढ़े 12 बजे पहुंच गए। लेकिन लेखपाल की मां और पत्नी मकान से बाहर निकलने को तैयार नहीं हुई। बमुश्किल समझाकर साढ़े चार घंटे बाद स्वजन को बाहर निकाला जा सका। तब मकान सील हो सका। नोएडा में हैं लेखपाल के तीन कीमती प्लाट

पुलिस के अनुसार, मैनपुरी शहर में मकान और दुकान के अलावा आरोपित लेखपाल प्रदीपेंद्र के नाम नोएडा की ग्रीन पार्क कालोनी के ब्लाक ए चिप्पियाना बुजुर्ग में तीन आवासीय प्लाट हैं। जिनके नंबर क्रमश: 68, 69, 70 हैं। उसके पास क्रेटा कार भी है। इस संपत्ति की कीमत 5.50 करोड़ आकी गई है। अन्य संपत्तियों की भी हो रही जांच

पुलिस का मानना है कि लेखपाल प्रदीपेंद्र ने उपरोक्त के अलावा अन्य संपत्तियां भी अर्जित की हैं। उसने अपने गांव के आसपास कृषि भूमि खरीदी है। अन्य स्थानों पर भी जमीन क्रय की है। पुलिस इन जमीनों की जानकारी जुटा रही है।

लेखपाल पर पांच आपराधिक मुकदमे दर्ज

आरोपित लेखपाल प्रदीपेंद्र के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें दो मामले जालसाजी और धोखाधड़ी, एक गैंगस्टर एक्ट, एक मामला धारा 174 ए आइपीसी और एक मामला सरकारी काम में बाधा डालने का है।

वर्जन, आरोपित लेखपाल अवैध क्रियाकलापों से संपत्ति अर्जित करता रहा है। जांच में सामने आई संपत्ति को कुर्क कर लिया गया है। संपत्ति की जांच को जारी रखा जाएगा।

- अविनाश पांडेय, एसपी।

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