दवाओं की ओवर रेटिग पर एसोसिएशन सक्रिय
केमिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने कमीशनखोर विक्रेताओं की जांच शुरू की। कोरोना संक्रमण काल में मरीजों से मुनाफाखोरी पर एसोसिएशन द्वारा कार्रवाई कराई जाएगी।
जासं, मैनपुरी : कोरोना संक्रमण काल में मरीजों से मुनाफाखोरी में जुटे दवा कारोबारियों के खिलाफ अब केमिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन सक्रिय हो गया है। ऐसे दवा दुकानदारों की जानकारी जुटाकर गोपनीय जांच कराई जा रही है। ओवररेटिग वालों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।
कोरोना संक्रमण की वजह से जिले की ओपीडी सेवाएं बंद हैं। जिलेभर से मरीज सिर्फ जिला अस्पताल की इमरजेंसी में ही आते हैं। यहां भी दवाओं की कमी की वजह से ज्यादातर तीमारदारों को बाहर की दवाएं ही लिखी जा रही हैं। जिला अस्पताल के बाहर बैठे दवा विक्रेता मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें प्रिट रेट से भी ज्यादा कीमत पर दवा बेच रहे हैं। जागरण ने मरीजों की इस समस्या को प्रमुखता से उठाया था। औषधि विभाग द्वारा तो इस मनमानी पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया, लेकिन केमिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने सक्रियता दिखाई है।
एसोसिएशन के सचिव विनय सक्सेना गांधी का कहना है कि कुछ तीमारदारों से इस संबंध में बात हुई है। दवाओं पर ओवररेटिग सामने आई है। अस्पताल के बाहर के कुछ दवा विक्रेताओं के नाम भी सामने आए हैं। गोपनीय जांच कराई जा रही है। निश्चित रूप से ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ एसोसिएशन द्वारा कार्रवाई तो कराई ही जाएगी। साथ ही औषधि निरीक्षक को भी कार्रवाई के लिए कहा जाएगा।
जहां तक संभव हो, सहयोग करें
केमिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह चौहान का कहना है कि दवा विक्रेता इस संक्रमण काल में मरीजों का सहयोग करें। जहां तक संभव हो सके, मरीजों के लिए दवाओं पर छूट भी दें ताकि मरीजों को समस्या न हो। जो भी दवा विक्रेता प्रिट रेट से ज्यादा वसूल रहे हैं, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।