नहीं हुई सुनवाई तो 26 से पूर्ण कार्य बहिष्कार
सरकार की नीतियों के विरोध में अब एंबुलेंस कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। शां
जासं, मैनपुरी: सरकार की नीतियों के विरोध में अब एंबुलेंस कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर कोई ध्यान न दिया गया तो 26 जुलाई से पूर्ण कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया जाएगा।
जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस यूनियन संघ से जुडे़ मैनपुरी के एंबुलेंस चालकों ने शुक्रवार की दोपहर जिला अस्पताल परिसर में एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष विजय यादव का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान एंबुलेंस चालकों और ईएमटी स्टाफ ने अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाया। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग द्वारा हम लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और पीपीई किटें तक उपलब्ध नहीं कराई गईं। स्वयं खरीदकर कर्मचारियों को मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना पड़ता है। अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा हम लोगों का फिर से शोषण शुरू कर दिया गया है। समय पर मानदेय नहीं दिया जा रहा है, जिससे गैर जिलों से यहां रहकर नौकरी करने वाले कर्मचारियों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। ब्लाक अध्यक्ष राजेश गौतम ने अपनी मांगों की जानकारी देते हुए कहा कि विभाग में ठेका प्रथा को पूरी तरह से खत्म किया जाए। 108, 102 और एएलएस एंबुलेंस के स्टाफ को भी एनएचएम से संबद्ध किया जाए। समान कार्य के बदले समान वेतन का भुगतान किया जाए। कर्मचारियों का कहना है कि वे 25 जुलाई तक अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध जताएंगे और इमरजेंसी सेवाओं का संचालन करेंगे। यदि सुनवाई नहीं होती है तो 26 जुलाई से पूर्ण कार्य बहिष्कार कर दिया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन के दौरान अनुज यादव, नवीन पाठक, रवींद्र कुमार, शिवरतन, रंजीत यादव, संजीत कुमार, राजेंद्र यादव, संजय चतुर्वेदी, रंजीत मिश्रा, धर्म सिंह, मोहित, शैलेंद्र, भूपेंद्र, विवेक उपस्थित थे।