मरीजों के इंतजार में खड़े रहे एंबुलेंस संचालक

जिला प्रशासन प्रशासन ने मरीजों को ले जाने के लिए एंबुलेंस का किराया तय कर दिया। सरकारी एंबुलेंस सैफई तक मरीजों को ले जाने के लिए उपलब्ध रहीं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:27 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:27 AM (IST)
मरीजों के इंतजार में खड़े रहे एंबुलेंस संचालक
मरीजों के इंतजार में खड़े रहे एंबुलेंस संचालक

जासं, मैनपुरी : जिला प्रशासन के किराया तय करने के अगले ही दिन कोई भी प्राइवेट एंबुलेंस बुक ही नहीं हुई। हालांकि प्राइवेट एंबुलेंस चालक प्रशासन द्वारा तय दरों पर ही सुविधा देने की बात कहते रहे। साथ में उन्होंने किराए को लेकर एक बार और प्रशासन से बात करने का भी इरादा जाहिर किया।

जिला प्रशासन ने रविवार को एंबुलेंस संचालकों के साथ बैठक कर किराए की दरें भी निर्धारित कर दी थीं। एंबुलेंस की गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी सीओ सिटी अभय नारायण राय और प्रवर्तन अधिकारी कौशलेंद्र को सौंपी गई थी। किराए की दरें निर्धारित होने के बाद जरूरतमंदों से मनमाना किराया वसूल किए जाने की स्थितियां अब उत्पन्न नहीं होंगी। सोमवार को दैनिक जागरण टीम ने किराए को लेकर रियलिटी चेक किया। सोमवार को दिन भर कोई मरीज प्राइवेट एंबुलेंस किराए पर लेने के लिए नहीं आया। प्राइवेट एंबुलेंस जिला अस्पताल के बाहर मरीजों के आने का इंतजार करती रहीं। कुछ मरीजों को अस्पताल से सैफई रेफर किया गया। उनके लिए सरकारी एंबुलेंस उपलब्ध रही। जिसके चलते किसी भी तीमारदार को प्राइवेट एंबुलेंस चालक के पास नहीं जाना पड़ा।

दैनिक जागरण ने मरीज का तीमारदार बनकर अलग-अलग चार एंबुलेंस चालकों से बातचीत की। एंबुलेंस चालक अमित ने बताया कि सरकारी दरें काफी कम निर्धारित की गई हैं। आज तो निर्धारित दर पर ही मरीजों को ले जाएंगे। लेकिन इसे लेकर प्रशासन से फिर बातचीत की जाएगी। चालक पप्पू ने बताया कि आमतौर पर पूर्व में हम इन्हीं कीमतों पर एंबुलेंस को ले जाते थे, लेकिन कोरोना के मरीज ले जाने में जीवन पर खतरा पैदा हो जाता है। जब हम अपने जीवन पर रिस्क लेते हैं तो हमें किराया भी बढ़ाकर दिया जाना चाहिए।

एंबुलेंस चालक प्रदीप ने कहा कि सुबह से बैठे हैं। कोई भी मरीज एंबुलेंस लेने के लिए नहीं आया है। खाली रहने से अच्छा है कि खर्चा निकाल कर जो भी मिल जाए, उसी किराए में हम मरीज को पहुंचाने के लिए तैयार हैं। एंबुलेंस चालक रवि ने बताया कि यहां कोरोना संक्रमित मरीजों को ले जाने के लिए कोई तीमारदार नहीं आता है। एक्सीडेंट व अन्य प्रकार के मरीजों के लिए एंबुलेंस की आवश्यकता जताई जाती है।

chat bot
आपका साथी