पिता के बाद मां की मौत से अनाथ हुईं दो मासूम बहनें
गांव बिछिया विक्रमपुर निवासी विधवा कल्पना की मौत फंदे पर लटकने से हुई थी। य
जासं, मैनपुरी: गांव बिछिया विक्रमपुर निवासी विधवा कल्पना की मौत फंदे पर लटकने से हुई थी। यह जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दी गयी है। कल्पना के पति बबलू यादव ने करीब डेढ़ साल पहले आग लगा कर खुदकुशी कर ली थी। कल्पना की मौत के बाद उनकी दो मासूम बेटियों के सामने भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है।
कल्पना का विवाह पांच साल पहले बबलू यादव के साथ हुआ था। उनकी दो बेटियां काजल और कौशिकी हुई, जिनकी उम्र अभी क्रमश: चार वर्ष और दो वर्ष है। करीब डेढ़ साल पहले घरेलू विवाद को लेकर बबलू ने आग लगा कर खुदकुशी कर ली थी। बबलू के अन्य स्वजन शिकोहाबाद में रहते हैं। बबलू की मौत के बाद कल्पना ही मेहनत मजदूरी कर अपनी दोनों बेटियों का पालन पोषण कर रही थी। शुक्रवार दोपहर बाद करीब तीन बजे घर से रोने की आवाज आई तो मुहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए। अंदर कमरे में कल्पना का शव फंदे पर झूल रहा था। दोनों बालिकाएं पास ही खड़ी होकर रो रही थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारा। मौके पर पहुंचे कल्पना के पिता नेकराम निवासी नगला केहरी थाना बेवर ने घटना का लेकर कोई आरोप नहीं लगाया। उन्होंने मौत का कारण जानने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की। शनिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि कल्पना की मौत फंदे पर लटकने से हुई है। इंस्पेक्टर कुरावली देवेंद्र नाथ मिश्रा ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर घटना को खुदकुशी बताया है। वहीं पिता के बाद मां का साया सिर से उठने के बाद दोनों बालिकाएं अनाथ हो गई हैं। गांव के लोग उनके भरण पोषण को लेकर चितित हैं। बाल कल्याण समित की सदस्य आराधना गुप्ता ने बताया कि बालिकाओं के पालन पोषण का जिम्मा बाल कल्याण समित उठाएगी।