आफत की बारिश, गिरे पेड़ और टूटे पोल

गुरुवार को घंटों हुई लगातार बारिश आफत लेकर आई। तेज बयार के साथ चला बारिश का यह दौर नागरिकों को भारी पड़ गया। शहर के कचहरी रोड पर पेड़ टूटकर गिर गया। करहल और कुसमरा में भी पेड़ गिरने से बिजली के पोल तार और केबल टूट गए जिससे बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:00 AM (IST)
आफत की बारिश, गिरे पेड़ और टूटे पोल
आफत की बारिश, गिरे पेड़ और टूटे पोल

जागरण टीम, मैनपुरी: गुरुवार को घंटों हुई लगातार बारिश आफत लेकर आई। तेज बयार के साथ चला बारिश का यह दौर नागरिकों को भारी पड़ गया। शहर के कचहरी रोड पर पेड़ टूटकर गिर गया। करहल और कुसमरा में भी पेड़ गिरने से बिजली के पोल, तार और केबल टूट गए, जिससे बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।

तेज हवा के साथ कई घंटे तक हुई बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया। शहर में पेड़ गिरने से रास्ता अवरुद्ध हो गया। बिजली सप्लाई तो ठप हो गई। कई स्थानों पर पानी भरने से भूमिगत लाइनों से सप्लाई प्रभावित रही। शाम तक बिजली सप्लाई नहीं आने से हर कोई परेशान रहा।

कुसमरा में भी तेज हवा और बारिश से बिजली के पोल गिर गए तो पेड़ उखड़ गए, इससे आवागमन बंद हो गया तो बिजली सप्लाई ठप हो गई। नागरिक पीने के पानी के लिए तरस गए। नगला भूपति में बिजली का पोल तेज हवा से गिर गया, जबकि गांव रठेह में तेज हवा के कारण 11 हजार लाइन का पोल जमीन पर आ गिरा तो थोड़ी दूर ही नीम का पेड़ गिरने से आवागमन बंद हो गया। नगला हीर में भी बिजली पोल गिरने से बंधे जानवर बच गए। तेज हवा के कारण सुबह से ही बिजली फीडर बंद रहे।

करहल में भी कई जगह पेड़ टूट कर बिजली के तारों पर गिर जाने से कस्बा और क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था भंग हो गई। सुबह पांच बजे ठप हुई सप्लाई दोपहर तक चालू नहीं हो सकी। लगातार 10 घंटे बिजली न आने से लोग परेशान हो गए, सबसे बड़ी परेशानी पेयजल को लेकर हो गई। बिजली कर्मचारी टूटे पेड़ों में फंसे तारों को निकालने का प्रयास करते रहे। अवर अभियंता पंकज कनौजिया का कहना है कि कई जगह पेड़ बिजली के तारों पर गिरने से समस्या उत्पन्न हो गई है, जिसे कर्मचारी सही करने में लगे हैं। एक ही दिन में 51.5 मिमी बारिश

गुरुवार को हुई बारिश ने इस साल के सभी रिकार्ड पीछे छोड़ दिए। इस महीने में इससे पहले कुल 27 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि गुरुवार को तो 51.5 मिमी बारिश का आंकड़ा दर्ज किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी नरेंद्र कुमार के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के कारण यह बरसात हो रही है। 19 सितंबर तक तेज हवा के साथ बरसात होने की संभावना बनी रहेगी।

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