549 प्रधान पदों पर 4850 दावेदार, कश्मकश होगा मुकाबला
पंचायत चुनाव के दौरान इस बार जिले में गांव की सरकार 12.20 लाख मतदाता चुनेंगे। 982 मतदान केंद्रों के 2085 मतदेय स्थलों पर वोट पड़ेंगे।
जासं, मैनपुरी: गांव की सरकार को मिलने वाली विकास की धनराशि ने प्रधान पद की अहमियत बढ़ा दी है। इस बार जिले में 549 प्रधान पदों के लिए खूब होड़ मची है। एक-एक सीट पर तकरीबन सात से लेकर दस तक या दस से ज्यादा प्रत्याशी दमखम ठोक रहे हैं। प्रधान पदों के लिए 19 अप्रैल को होने वाले चुनाव में 4,850 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने को मैदान में कूदे हैं।
गांव की सरकार की लगातार बढ़ रही धनराशि की वजह से अब प्रधान का पद महत्वपूर्ण हो गया है। विकास को अनुपात के हिसाब से एक पंचायत को सालाना लाखों रुपये की धनराशि राज्य और केंद्र सरकार से हासिल होती है। विकास के अलावा दूसरी मदों से भी ग्राम पंचायतों को बजट मिल जाता है। यहीं धन प्रधान पद की चमक बना है। जिले की हर ग्राम पंचायत से इस बार खूब दावेदार मैदान में जमे हैं। जिले में सर्वाधिक प्रधान पद के प्रत्याशी किशनी ब्लाक से हैं, ग्राम पंचायत महोली शमशेरगंज की प्रधानी हासिल करने को 23 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं। सर्वाधिक प्रधान दावेदार सुल्तानगंज में
जिले में प्रधान पद के लिए वैसे तो 4,850 दावेदार मैदान में कूदे हैं, लेकिन इनमें सर्वाधिक प्रत्याशी सुल्तानगंज ब्लाक से हैं। यहां प्रधान पद के 71 पदों के लिए 792 प्रत्याशी हैं। सबसे कम जागीर में
जिले की सबसे छोटी ब्लाक जागीर में प्रधान पद भी दावेदार कम ही हैं। यहां की 37 प्रधान सीटों के लिए 338 प्रत्याशी हैं। यहां हर सीट पर सात और उससे ज्यादा प्रत्याशी हैं। एक नजर
ब्लाक, ग्राम पंचायत, प्रत्याशी
मैनपुरी,48,441
सुल्तानगंज,71,792
बेवर,87,662
जागीर,37,338
कुरावली,64,517
घिरोर,57,494
किशनी,62,596
करहल,65,475
बरनाहल,58,535
कुल योग,549,4850
-- मतदान केंद्र, 982
मतदेय स्थल, 2085
न्याय पंचायत, 80
मतदाता,12.20 लाख