100 बेड का अस्पताल, 200 से ज्यादा मरीज
बुखार ने हालत बिगाड़ रखी है। सबसे ज्यादा जोर जिला अस्पताल पर है। 100 बिस्तर का अस्पताल है जबकि इन दिनों मरीजों की संख्या दो सैकड़ा पार हो गई है। ज्यादातर मरीजों को समय पर बिस्तर ही नहीं मिल रहे हैं। इतनी भी जगह नहीं बच रही है कि मरीजों को एक ही ही समय पर उपचार भी दिया जा सके। खुद सीएमएस भी मरीजों की वास्तविक संख्या से अनजान हैं।
जासं, मैनपुरी : बुखार ने हालत बिगाड़ रखी है। सबसे ज्यादा जोर जिला अस्पताल पर है। 100 बिस्तर का अस्पताल है, जबकि इन दिनों मरीजों की संख्या दो सैकड़ा पार हो गई है। ज्यादातर मरीजों को समय पर बिस्तर ही नहीं मिल रहे हैं। इतनी भी जगह नहीं बच रही है कि मरीजों को एक ही ही समय पर उपचार भी दिया जा सके। खुद सीएमएस भी मरीजों की वास्तविक संख्या से अनजान हैं।
सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में एक हजार से ज्यादा नए मरीजों ने पंजीकरण कराया जबकि लगभग पांच सैकड़ा पुराने पर्चों वाले मरीज पहुंचे। इमरजेंसी पर भी जोर रहा। दोपहर में स्थिति यह रही कि मरीजों को बिस्तर तक नहीं मिले। अस्पताल प्रशासन भले ही मरीजों से संबंधित जानकारी को छिपाने में लगा हो, लेकिन हालात हकीकत बयां कर रहे हैं।
100 बिस्तरों वाले अस्पताल में एक भी बिस्तर खाली नहीं है। ज्यादातर पर बुखार और डेंगू पीड़ित मरीजों को उपचार दिया जा रहा है। 200 से ज्यादा मरीजों को अलग-अलग वार्डों में भर्ती किया गया है। अतिरिक्त 50 बिस्तर बिछवाए गए थे। वो भी अब कम पड़ने लगे हैं। समय इस कदर बढ़ी है कि एक साथ इमरजेंसी में पहुंचने वाले बुखार पीड़ितों को उपचार भी नहीं दिया जा पा रहा है।
सितंबर में इमरजेंसी में ये रहे हालात
तारीख, मरीजों की संख्या
30 सितंबर, 101
29 सितंबर, 96
28 सितंबर, 90
27 सितंबर, 102 अब दर्ज ही नहीं हो रहे नाम
इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ बढ़ने की वजह से अब बुखार पीड़ित ज्यादातर मरीजों का नाम और पता रजिस्टर पर दर्ज ही नहीं किया जा रहा है। बहुत से मरीजों को बगैर उपचार ही लौटाया जा रहा है। समय पर उपचार न मिलने की वजह से आए दिन तीमारदारों की चिकित्सकों के साथ बहस हो रही है। मेरी जानकारी में कुछ नहीं है। डीएम साहब ने किसी भी प्रकार की जानकारी देने से साफ मना कर रखा है। अस्पताल में कितने मरीज आ रहे हैं और कितने बुखार से ठीक होकर घर जा रहे हैं, इससे संबंधित कोई भी जानकारी देने के लिए मुझे निर्देश नहीं हैं।
डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमएस, जिला अस्पताल।