दो और अधिकारी भी संदेह के घेरे में, होगी पूछताछ

जागरण संवाददाता महोबा राज्यमंत्री को अपशब्द कहते हुए वायरल ऑडियो मामले में आरोपित अधि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 05:46 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 05:46 PM (IST)
दो और अधिकारी भी संदेह के घेरे में, होगी पूछताछ
दो और अधिकारी भी संदेह के घेरे में, होगी पूछताछ

जागरण संवाददाता, महोबा: राज्यमंत्री को अपशब्द कहते हुए वायरल ऑडियो मामले में आरोपित अधिकारी ने जिन दो अधिकारियों से बातचीत के दौरान राज्यमंत्री के लिए अभद्र शब्द बोले थे, वह अधिकारी भी संदिग्धता के घेरे में हैं। जांच टीम उनसे भी पूछताछ करेगी। फिलहाल अभी उससे जुड़े जितने भी लोग हैं, उनका पता कर उनकी जांच जारी है। ऑडियो क्लिप पहले ही जांच के लिए लैब को भेजी जा चुकी है।

शुक्रवार को प्रदेश राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, स्टांप तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन रवींद्र जायसवाल जिले के दौरे पर आए थे। उन्हें रिसीव करने के लिए जिन अधिकारियों को लगाया गया था उसी में से एक कुलपहाड़ तहसील के अधिकारी का मंत्री के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए का ऑडियो वायरल हो गया। अब उस वायरल ऑडियो में आरोपित अधिकारी ने जिन-जिन अधिकारियों से वार्ता की और उस दौरान राज्यमंत्री के लिए अभद्र शब्द कहे उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है, फिलहाल उनसे भी पूछताछ होगी। कारण कि उन अधिकारियों ने उस सामने वाले अधिकारी को एक बार भी रोका क्यों नहीं कि वह उस लहजे में मंत्री के लिए बात न करे।

जांच कर रहे एडीएम (नमामि गंगे) जुबैर बेग ने बताया कि मामले में वायरल आडियो को जांच के लिए लैब भेजा जा चुका है। रिपोर्ट आने में समय लगेगा। उससे पहले इस मामले में जो भी लोग संलिप्त हैं उन सभी से पूछताछ हो रही है। मंगलवार को भी कुछ लोगों से पूछताछ हुई।

इस प्रकरण में संदिग्धता के आधार पर पहले ही कुलपहाड़ के तहसीलदार (राजस्व) रहे कृष्णराज सिंह को वहां से हटा कर कलेक्ट्रट संबद्ध कर दिया गया था। जांच टीम के दो अन्य सदस्यों में एनआईसी प्रभारी योगेंद्र परिहार, डिप्टी कलक्टर सौरभ पांडेय भी जांच में लगे हैं। यह था मामला

करीब पांच दिन पहले प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, स्टांप तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन रवींद्र जायसवाल आए थे। बैठक के बाद उसी दिन दोपहर बाद इंटरनेट मीडिया पर एक आडियो वायरल हुआ। जिसमें आरोपित अधिकारी कहता है, एसडीएम का फोन आ गया, इतना कहते हुए बात करने लगा, अधिकारी कहता कि साहब बताओ मंत्री को छह बजे आना था लेकिन वह अभी मऊरानीपुर में कहीं चाय पी रहे हैं, उनके प्रोटोकाल में जाऊंगा तो काम कब करुंगा। एसडीएम से बात पूरी होने के बाद फोन कट हो गया, इधर अधिकारी उसी रौब में बोलते जा रहा है, जब मैं तहसीलदार था राजेंदर तो किसी भी मंत्री अंत्री के प्रोटोकाल में कभी नहीं गया। फिर कई गाली देता मंत्री के लिए और भी अभद्र शब्दों का प्रयोग करता है।

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