भ्रष्टाचार में दो और पर गिरी गाज, सेवा समाप्त

जागरण संवाददाता महोबा मनरेगा कार्यों में धांधली कर मृतक के नाम जॉबकार्ड पर धन निकालने

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Jun 2020 06:48 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jun 2020 06:04 AM (IST)
भ्रष्टाचार में दो और पर गिरी गाज, सेवा समाप्त
भ्रष्टाचार में दो और पर गिरी गाज, सेवा समाप्त

जागरण संवाददाता, महोबा : मनरेगा कार्यों में धांधली कर मृतक के नाम जॉबकार्ड पर धन निकालने, कागजों पर काम दिखा कर सरकारी धन का गबन करने के मामले को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए जांच रिपोर्ट के आधार पर दो कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी। गांव के सचिव को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। अनियमितता में संलिप्त ब्लॉक के एक अन्य लेखाकार के खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशक लेखा लखनऊ को लिखा गया है।

ग्राम धवर्रा में बीते वित्तीय वर्ष में कराए गए मनरेगा कार्यों में खुलेआम धांधली की गई। मृत श्रमिकों के जॉबकार्ड लगा कर धन निकालने के साथ मौके पर बिना काम कराए धन निकासी की गई। साथ ही जिन श्रमिकों के नाम पर धन निकाला गया उन्होंने एक दिन भी काम नहीं किया और उनके जॉबकार्ड पर धन निकाल कर भ्रष्टाचार किया गया। धवर्रा गांव निवासी रवींद्र खरे ने फर्जीवाड़े के सभी प्रमाण जुटाते हुए जिलाधिकारी अवधेश तिवारी से जांच की मांग की। डीएम ने उपायुक्त मनरेगा अजय कुमार सिंह व जैतपुर बीडीओ प्रशांत कुमार की टीम बना मामले की जांच के निर्देश दिए थे। दैनिक जागरण ने इस फर्जी वाड़े को प्रमुखता से उजागर किया था। जांच अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद तकनीकी संवादा कर्मी मध्य प्रदेश छतरपुर के नाया नाका पन्ना निवासी रवि कुमार गुप्ता को बिना मापन लेखाकार से सांठ गांठ कर फर्जी एफटीओ (फंड ट्रांसफर आर्डर) के जरिए 448034 रुपये का गबन व मनरेगा लेखा सहायक बांदा, जेल रोड, शंभूनगर गली नंबर दो निवासी श्रवण कुमार पुत्र देवीदीन को अभिलेखों के सही रखरखाव न करने व त्रुटि पूर्व होने के आरोप में डीएम ने संविदा समाप्ति के आदेश जारी किए। एक अन्य संलिप्त मनरेगा ब्लाक लेखाकार गोरेलाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशक लेखा लखनऊ को पत्र भेजा गया है। मामले में ग्राम सचिव शिवकुमार सोनी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।

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