गंगा के पौराणिक महत्व पर डाला प्रकाश
जागरण संवाददाता महोबा गंगा दशहरा के अवसर पर शहर के बजरंग चौक स्थित संकट मोचन मंदि
जागरण संवाददाता, महोबा : गंगा दशहरा के अवसर पर शहर के बजरंग चौक स्थित संकट मोचन मंदिर में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें पूर्व प्रधानाचार्य शिवकुमार गोस्वामी ने गंगा के पौराणिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गंगा का अवतरण भगवान शंकर की जटाओं से हुआ। महाराज भागीरथ ने कठोर तपस्या की। कहा कि गंगा की तीन धाराएं निकली। जिसमें प्रथम स्वर्ग लोक, द्वितीय पाताल लोक और तृतीय मृत्यु लोक गई।
उन्होंने कहा कि गंगा दशहरा के दिन लोग सुबह गंगा नदी में स्नान करते है। आचमन करके पूजा अर्चना गंगा करते है। नाव में बैठकर भजन कीर्तन करते हुए गंगा की सामूहिक आरती करते है और संकल्प लेते है कि गंगा की तरह स्वच्छ निर्मल जीवन व्यतीत करेंगे। रामचरित मानस में संत शिरोमणि तुलसीदास ने कहा है कि दरस परस अरू मंजन पाना, हरिहि कष्ट कहि वे पुराना। डा. रामकुमार सिंह परमार, ओमनारायण शुक्ला, प्रमोद गोस्वामी, अशोक शुक्ला, कमलाप्रसाद राजपूत आदि ने भी अपने विचार रखे।