शिकायतकर्ता किसानों को धमकाकर कराया गया चुप
जासं महोबा मुख्यालय सहित कुलपहाड़ क्षेत्र में चकबंदी के नाम पर किसानों व नगरवासियों को शो
जासं, महोबा: मुख्यालय सहित कुलपहाड़ क्षेत्र में चकबंदी के नाम पर किसानों व नगरवासियों को शोषण करने का मामला नया नहीं है। नगर आबादी के अंदर और जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों का जमकर शोषण किया गया। जिस किसी ने भी चकबंदी विभाग के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की तो उसे डरा धमका कर चुप करा दिया गया। यही कारण है कि विभाग में तैनात चकबंदी अधिकारियों की कार गुजारी सामने आने की बजाय दबा दी गई। किसानों व नगर के लोगों का कहना है कि यदि जांच सही ढंग से हो जाए तो कई जिम्मेदारों की कलई खुल सकती है।
कस्बा की आबादी के अंदर हो रही चकबंदी को लेकर कुलपहाड़ के राजा वार्ड निवासी शिवनारायन अग्रवाल किसान देशराज के साथ 26 अगस्त को जब आरटीआइ से मांगी गई सूचना की जानकारी करने जब कुलपहाड़ चकबंदी कार्यालय पहुंचे थे तो उन्हें धक्का देकर भगा दिया गया था। किसान के अनुसार उस समय वहां मौजूद चकबंदी सीओ, एसीओ ने कहा था कि तुम बहुत शिकायत करते हो। पीड़ित ने जब पुलिस की शरण ली तो अधिकारियों ने वहां भी दबाव बना कर उल्टे शिकायत कर्ता पर जांच बैठा दी। इसी तरह और भी कई प्रकरण हैं। यही कारण है कि चकबंदी विभाग के खिलाफ अब लोग शिकायत करने से भी डरने लगे हैं। यहां तक कि पिछले कई साल से नगर के अंदर खुलेआम चकबंदी हो रही है और अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग ठंडे बस्ते में पहुंचा दी गई है। डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कुछ लोगों की शिकायतें आई थीं, उनकी जांच के निर्देश दिए गए थे।