रंग लाई मुहिम, संवरने लगा ऐतिहासिक सुदामापुरी तालाब

मोहम्मद शफीक चरखारी (महोबा) बारिश का पानी न पहुंच पाने और लगातार अनदेखी के कारण

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 06:07 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 06:07 PM (IST)
रंग लाई मुहिम, संवरने लगा ऐतिहासिक सुदामापुरी तालाब
रंग लाई मुहिम, संवरने लगा ऐतिहासिक सुदामापुरी तालाब

मोहम्मद शफीक, चरखारी (महोबा) : बारिश का पानी न पहुंच पाने और लगातार अनदेखी के कारण सुदामापुरी के ऐतिहासिक तालाब की सूरत बिगड़ने लगी थी। वहीं दैनिक जागरण के सहेज लो हर बूंद अभियान से प्रेरित होकर ग्राम पंचायत की ओर से इस तालाब की खोदाई शुरू करा दी गई है। जल्द ही इसमें पानी भराने के भी प्रयास किए जाएंगे।

चरखारी ब्लाक क्षेत्र का ग्राम सुदामापुरी धार्मिक रूप से गोपाल बिहारी जू मंदिर के कारण खास पहचान बनाए हुए है। जलाशय के रूप में विख्यात प्राचीन सुदामापुरी तालाब जो अभी तक उपेक्षा का शिकार था, उसे अब जल संरक्षण के लिए सहेजा जा रहा है। खुलेंगे जलस्त्रोत :

राजस्व विभाग के अनुसार यह तालाब 11.88 हेक्टेयर परिधि में बना है। प्राचीन तालाब में कई साल से खोदाई और सफाई न होने से इसके जलस्त्रोत बंद हो चुके थे। बरसात का पानी न पहुंचने से यह तालाब जल्द सूख जाता था। इस बार सफाई करा कर इसके जलस्त्रोतों को खोला जाएगा। पूरे साल पानी से तालाब भरा रहे इसके प्रयास किए जा रहे हैं।

मनरेगा से हो रहा काम

ग्राम प्रधान जालिम सिंह और पंचायत सचिव नरेश यादव ने बताया कि जलाशय में जल भंडारण के लिए मनरेगा योजना से इसकी खोदाई कराई जा रही है। इसमें करीब पचास मजदूरों को लगाया गया है। बारिश का पानी तालाब तक अब आसानी से पहुंच सकेगा। तालाब में पानी भरने से आसपास क्षेत्र की करीब सात सौ बीघा भूमि सिचित हो सकेगी।

तालाब का इतिहास

चरखारी रियासत के शासकों के राजगुरु पंडित सुदामा के नाम पर ही ग्राम सुदामापुरी को बसाया गया था। इस गांव की आबादी लगभग एक हजार है। ग्राम छानी खुर्द, सुदामापुरी, मिलाकर कनेरा ग्राम सभा का निर्माण किया गया है। बारिश से पहले इस तालाब का काम पूरा करा लिया जाएगा, इसमें बारिश का पानी एकत्र हो सके इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

- पीयूष जायसवाल, एसडीएम, चरखारी

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