प्रधानमंत्री आवास खाली कराने को आरोपित बना रहे थे दबाव
संवाद सहयोगी कबरई (महोबा) वृद्धा के पति की मौत कई साल पहले हो गई थी। इसके बाद बेटी-दाम
संवाद सहयोगी, कबरई (महोबा): वृद्धा के पति की मौत कई साल पहले हो गई थी। इसके बाद बेटी-दामाद उसके पास रहने आ गए थे। उनका मकान उसके मकान के पास ही है। वृद्धा को प्रधानमंत्री आवास मिला था। उसी को खाली कराने को उस पर कुछ पड़ोसी दबाव बना रहे थे। इस समय उसकी बेटी-दामाद ग्वालियर में रह कर मजदूरी करते हैं। यहां पर वृद्धा अपनी दो नातिनों के साथ रहती है।
घटना के विषय में पीड़िता की 11 वर्षीय नातिन ने बताया कि नानी को प्रधानमंत्री आवास मिला है। जो पूरा बन चुका है। बताया कि उसके मां-पिता तीज त्योहार में ही आते हैं। यहां नानी को अकेला जान कर आरोपित लगातार उन्हें परेशान करते हैं और सरकारी आवास को खाली करने को कह रहे थे। इसी मामले को लेकर शनिवार को उक्त लोगों ने घर के बाहर आकर गालीगलौज किया था।
वृद्धा को दी थी धमकी
बताते हैं वृद्धा ने जहां प्रधानमंत्री आवास बनवाया है वह जगह एक व्यक्ति से पूर्व में खरीदी थी, लेकिन उस व्यक्ति का भांजा उसका विरोध कर रहा था। उसे खाली कराने को लेकर ही आरोपित धमकी दे रहे थे। आरोपितों ने एक दिन पहले वृद्धा के साथ झगड़ा कर धमकी दी थी। नातिन के अनुसार नानी ने इसी वजह से शनिवार शाम खाना भी नहीं खाया था। नानी को हम लोगों की चिता थी। यही कारण था कि अगल बगल दो चारपाई में हम तीनों लोग लेटे थे।
नींद खुल जाती तो नातिनों को भी था खतरा
घटना के बाद से वृद्धा की दोनों नातिन काफी सहमी हुई हैं। रात के समय जब आरोपितों ने वृद्धा को अगवा किया था यदि उस वक्त कहीं नातिनों की नींद खुल जाती तो आरोपित उनको भी नुकसान पहुंचा सकते थे। बड़ी नातिन ने बताया कि सुबह जब अपनी नानी को घर पर नहीं पाया तो उनकी खोज शुरू की। सुबह नौ बजे दूसरे मकान पर गईं तो वहां नानी के हाथ-पैर बंधे थे और वह बेहोशी की हालत में कराह रहीं थी। उनके कपड़े अस्त व्यस्त थे। पड़ोसियों को आवाज देकर मदद के लिए बुलाया। बाद में डायल 112 पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से वृद्धा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।