दस वर्षीय बच्चे की घोड़े से कुचलकर गई जान
संवाद सूत्र अजनर (महोबा) कस्बे में रस्सी तोड़कर दौड़ पड़े घोड़े की चपेट में आने से दस साल
संवाद सूत्र, अजनर (महोबा): कस्बे में रस्सी तोड़कर दौड़ पड़े घोड़े की चपेट में आने से दस साल का मासूम गंभीर रूप से घायल हो गया। घरवाले उसे बेलाताल सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अजनर कस्बा निवासी हाशिम की पुत्री की बारात आई थी। बारात कस्बा के सुखानंद विद्यालय में ठहराई गई थी। स्कूल के पास ही घुड़सवार ने घोड़ा एक पाइप में बांध दिया था। शनिवार को दोपहर के वक्त कुछ बच्चे खेल रहे थे, तभी घोड़ा रस्सी तोड़ कर भागने लगा। यह देखकर बच्चे भी तितर बितर हो गए। वहीं पैर फंस जाने से कस्बा निवासी संतू का दस वर्षीय पुत्र धीरेंद्र गिर गया। वह उठ पाता इससे पहले घोड़ा उसे कुचलता हुआ निकल गया। सिर और सीने में गहरी चोट आने से बालक गंभीर से जख्मी हो गया। वहां मौजूद लोगों ने बच्चे की पिता को सूचना दी। घायल बच्चे बेलाताल अस्पताल लाया गया। यहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया।
पिता संतू ने बताया कि तीन पुत्रों में कक्षा दो का छात्र धीरेंद्र सबसे बड़ा था। घटना के बाद उसका भाई आठ वर्षीय जयकरन, छह वर्षीय पुष्पेंद्र बेहाल हैं। मां सरला बेटे की मौत से बेसुध हो चुकी है।
अजनर थाना प्रभारी अभिमन्यु सिंह ने बताया कि घोड़े से कुचल कर बच्चे की मौत होने की जानकारी मिली है, मामले की जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
अभिभावकों को रहना चाहिए सतर्क
मनोचिकित्सक प्रेमदास कहते हैं कि बच्चों के खेलते समय अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए। घोड़ा, हाथी आदि जैसे जानवर बहुत जल्द भड़क जाते हैं। बच्चों को उनसे दूर रखना चाहिए। यदि ऐसे जानवरों को छेड़ दिया जाए तो वह भड़क सकते हैं। वह जानलेवा हमला भी कर देते हैं।