24 घंटे में हुई 210 मिमी बारिश से गलियां-सड़कें जलमग्न

जागरण संवाददाता महोबा जनपद में पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 06:35 PM (IST)
24 घंटे में हुई 210 मिमी बारिश से गलियां-सड़कें जलमग्न
24 घंटे में हुई 210 मिमी बारिश से गलियां-सड़कें जलमग्न

जागरण संवाददाता, महोबा : जनपद में पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। 24 घंटे के अंदर करीब 210 मिमी बारिश हो गई। निचले इलाके और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर के कई मोहल्लों में लोगों के घरों के अंदर पानी भर गया। सुभाष पुलिस चौकी में तालाब की स्थिति बन गई।

शनिवार शाम से शुरू हुई बारिश रविवार को दिन भी जारी रही। शहर के जारीगंज, काजीपुरा, जिला अस्पताल परिसर में बने डाक्टरों के आवास, सुभाष चौकी, खोवामंडी, कठकुलवापुरा, गांधीनगर इलाहाबाद बैंक के पास सहित कई मोहल्लों में घुटनों तक पानी भर गया। जारीगंज और काजीपुरा तो तालाब बन गए। नालियां जाम होने से घरों में पानी भर गया। यहां दो-दो फीट तक पानी जमा हो गया। इससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया।

जारीगंज निवासी रामजी गुप्ता, रमेश, शंकरलाल आदि ने बताया कि कई बार शिकायत के बाद भी पालिका ने नालों की सफाई नहीं कराई। जिसका खामियाजा अब जलभराव के रूप में भुगतना पड़ रहा है। सुभाष पुलिस चौकी में भी बारिश का पानी भर गया और पुलिस कर्मियों का सामान भी भीग गया। कर्मियों ने मशक्कत के बाद बारिश का पानी निकाला और रात भर परेशान रहे। इसी तरह जिला अस्पताल परिसर में बने डाक्टरों के आवास परिसर में भी एक फीट बारिश का पानी भर गया। गांधीनगर इलाहाबाद बैंक के सामने गली और दुकानों में एक-एक फीट तक पानी भर गया। दुकानों में पानी घुसने से दुकानों में रखा सामान भी खराब हो गया। तहसील चौराहा से लेकर प्राइवेट बस स्टैंड तक एक फीट बारिश का पानी भरने से नागरिकों और दुकानदारों को परेशानी हुई। कच्चे मकानों के छप्पर अब बारिश झेल नहीं पा रहे हैं और गृहस्वामियों को कच्चा मकान ढहने की चिता सता रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे मार्गो से निकलना राहगीरों के लिए मुसीबत बन गया है। कच्चे रास्ते दलदल में तब्दील हो गए हैं।

अधिक बारिश से फसलों को नुकसान

अधिक बारिश से अब मूंग, उर्द, मूंगफली, तिल की फसलों में नुकसान हो सकता है। यदि आगे और बारिश होती रही तो फसलों के सड़ने का खतरा बढ़ जाएगा। कृषि उपनिदेशक जीराम ने बताया कि अधिक बारिश से जो फसलें उग आई हैं उन्हें नुकसान पहुंच सकता है।

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