ईश्वर की कृपा से ही मिलता है सत्संग
जागरण संवाददाता महोबा शहर के एक पैलेस में चल रहे मानस एवं संत सम्मेलन को संबोधित करते
जागरण संवाददाता, महोबा: शहर के एक पैलेस में चल रहे मानस एवं संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वामी महानंद ने कहा कि सत्संग बिना ईश्वर की कृपा से प्राप्त नहीं होता। सच्चा आत्मज्ञान हमें संतों की संगत से ही मिलता है।
आकाशवाणी के धारावाहिक लेखक संतोष पटैरिया ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरितमानस की रचना करके विश्व के लोगों का मार्गदर्शन किया है। आकाशवाणी के मानस प्रवचनकर्ता संगीताचार्य पं जगप्रसाद तिवारी ने कहा कि श्रीरामचरित मानस की रचना में गोस्वामी तुलसीदास की पत्नी रत्नावली का पूर्ण योगदान है। कहा कि रत्नावली की फटकार से ही रामबोला तुलसीदास हो गए। इस दौरान विष्णु देवानंद, गोपालानंद, शिवकुमार गोस्वामी आदि मौजूद रहे।