1000 बीघा बंजर भूमि के लिए वरदान बना रावरी तालाब

चंचल पटेरिया भरवारा (महोबा) तालाब तो था लेकिन पूरे साल पानी टिकना मुश्किल था इसी कारण

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:27 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 06:27 PM (IST)
1000 बीघा बंजर भूमि के लिए वरदान बना रावरी तालाब
1000 बीघा बंजर भूमि के लिए वरदान बना रावरी तालाब

चंचल पटेरिया, भरवारा (महोबा): तालाब तो था लेकिन पूरे साल पानी टिकना मुश्किल था, इसी कारण भरवारा के इस रावरी तालाब के आसपास की एक हजार बीघे के करीब भूमि बंजर ही रहती थी। दैनिक जागरण के सहेज लो हर बूंद अभियान से प्रेरित होकर आसपास के किसानों ने हिम्मत दिखाई और पंप की व्यवस्था कर इस तालाब में पानी भरवाना प्रारंभ कर दिया। अब यह तालाब पशुओं के साथ किसानों की बंजर पड़ी भूमि के लिए भी वरदान साबित होने लगा है।

पनवाड़ी ब्लाक के भरवारा ग्राम पंचायत की आबादी करीब सात हजार से अधिक है। यहां किसानों के लिए खेती करने में तालाब के साथ स्वयं के नलकूप सहायक हैं। पंचायत में नीम तालाब और रावरी दो तालाब हैं। गांव में करीब दो किलोमीटर दूरी से अर्जुन सहायक परियोजना की नहर भी निकली है।

मनरेगा से तैयार हुए थे तालाब

मनरेगा योजना के तहत गांव में रावरी और नीम तालाब का दस साल पहले सुंदरीकरण कराया गया था। इसके बाद भी इसमें पानी पूरे साल नहीं चल पाता था। इस कारण आसपास किसानों की जमीन परती ही पड़ी रहती थी। किसानों की ओर से कई बार मांग की गई कि अर्जुन सहायक परियोजना से ही इस तालाब को भरा दिया जाए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आखिर अब किसानों ने स्वयं प्रयास करके अपने-अपने नलकूपों के माध्यम से इस तालाब को भरा है।

जलस्तर में आएगा सुधार

तालाब में पानी भरा रहने से पेयजल की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। पशुओं को भी पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। मौजूदा समय में जल से भरा तालाब गर्मी के मौसम में लोगों का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकृष्ट करता है। तालाब में बारिश का पानी एकत्र होने के लिए नाली का भी इंतजाम किया गया है। आसपास के हैंडपंप और कुओं का जलस्तर इस तालाब में पानी भरा रहने से ऊपर उठने लगा है।

किसान तैयार करने लगे सब्जी

रावरी तालाब के आसपास पहले पानी की कमी के कारण किसान कोई फसल बोने की हिम्मत भी नहीं करते थे। किसान मथुरा कहते हैं कि तालाब तैयार होने के बाद वह सब्जी तैयार करने लगे हैं। गर्मी के दिनों में तालाब के सहारे लौकी, तरोई, भिडी, करेला, ककड़ी आदि की बाड़ी लगा लेते हैं। किसान सियाराम, आशाराम कहते हैं कि सब्जी और अन्य फसलों का उत्पादन करके करीब एक से दो लाख रुपये साल की आमदनी बढ़ जाएगी।

किसानों को मिली खुशी

तालाबों के निर्माण से कर्तव्य की इतिश्री नहीं होनी चाहिए। उसके संरक्षण का दायित्व भी सभी लोगों को मिलकर उठाना पड़ेगा, तभी आने वाले कल के लिए हम पानी बचा पाएंगे।

- भवानीदीन कुशवाहा, किसान

सभी तालाबों में पानी भराने की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि तालाब में पूरे साल पानी की उपलब्धता बनी रहे, किसानों को भी इसके लिए मदद को आगे आने की जरूरत है।

- अमरीश रावत, किसान

- जल संरक्षण की जिम्मेदारी केवल शासन तथा प्रशासन के बलबूते पूरी नहीं हो सकती है, आम जनमानस को जल संरक्षण के लिए सकारात्मक सहयोग देना पड़ेगा, तभी राष्ट्रीय स्तर पर हमारा जल संरक्षण का मिशन पूरा हो सकता है।

- राधेलाल राजपूत, किसान

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