महोबा में भ्रामक सूचना देने पर सिचाई विभाग के एक्सइएन को नोटिस
जागरण संवाददाता महोबा जिले में नहरों की सिल्ट सफाई को लेकर बैठी जांच के बाद भी अभी तक
जागरण संवाददाता, महोबा: जिले में नहरों की सिल्ट सफाई को लेकर बैठी जांच के बाद भी अभी तक मामला साफ नहीं हो सका है। यहां तक की मंडलीय समीक्षा के दौरान पेश किए गए दस्तावेज में भी सिचाई विभाग ने भ्रामक जानकारी दी। स्पष्ट रिपोर्ट न मिलने के कारण सिचाई विभाग के एक्सइएन को नोटिस दी गई है। साथ ही तीन दिन के अंदर इसका स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं।
जिले में छोटी बड़ी 1428 नहरें निकाली गई हैं। इसके बाद भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां सिल्ट जमा होने के कारण किसानों को नहरों से सिचाई के लिए पानी उपलब्ध ही नहीं होता। इनकी सफाई के लिए शासन स्तर से हर साल बजट दिया जाता है। बीते साल भी करीब एक करोड़ का बजट जारी कर ठेकेदारों के माध्यम से सिल्ट साफ कराई गई। पर जब कई नहरों से पानी नहीं आया और शिकायत हुई थी तो अक्टूबर माह में डीएम ने इसके लिए जांच टीमें गठित कीं। चार जांच टीमों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सीडीओ हरिचरण सिंह ने बताया कि एक्सइएन सिचाई प्रखंड से तीन दिन के अंदर मामले में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। जांच में भी किया था खेल
नहरों में सिल्ट सफाई के लिए गठित टीमें पूरे एक माह तक मामले की फाइलें ही दबाए रहीं। इस पर डीएम सत्येंद्र कुमार ने सख्ती बरतते हुए सीडीओ को जांच के निर्देश दिए। सीडीओ ने एसडीएम चरखारी को इसी मामले में नोटिस भी जारी की थी। बाद में दिसंबर माह में इसकी रिपोर्ट दी जा सकी वह भी आधी अधूरी। दी गई सूचना
अधिशाषी अभियंता सिचाई प्रखंड महोबा की ओर से जो सूचना मंडलीय समीक्षा बैठक में दी गई उसमें नहरों में पानी पहुंच जाने की सूचना दी गई। साथ ही यह भी दिया की तीन नहरों में टेल तक पानी नहीं पहुंचा। इसमें यह नहीं अवगत कराया कि किन तीन नहरों में पानी नहीं पहुंचा है। रिपोर्ट स्पष्ट न होने की दशा में एक्सइएन से स्पष्टीकरण देने को लेकर नोटिस जारी किया गया।