गांवों में सफाई की अनदेखी बढ़ा सकती मुसीबत
जागरण संवाददाता महोबा जिले में पंचायत चुनाव की सरगर्मी पिछले दो माह से चल रही थी। इस दौर
जागरण संवाददाता, महोबा : जिले में पंचायत चुनाव की सरगर्मी पिछले दो माह से चल रही थी। इस दौरान विकास कार्य तो ठप पड़े ही रहे साथ में वहां साफ सफाई का काम भी पहले से ही ठंडे बस्ते में चला गया। अब वर्तमान में संक्रमण का असर जब तेज हो गया है तो भी गांवों की ओर तो किसी का ध्यान ही नहीं जा रहा। सफाई में हो रही अनदेखी आगे और मुसीबत बढ़ा सकती है।
जिले की 273 पंचायतों में चुनाव को लेकर मचा घमासान तो शांत हो गया लेकिन उसके साथ-साथ गांव के विकास कार्य और सफाई को लेकर सक्रियता नहीं बढ़ रही है। अब महुआ गांव की तस्वीर ही देख लीजिए। रास्ता पक्का है, नाली भी पक्की बनी हैं लेकिन जल निकासी की व्यवस्था चुनाव के पहले भी ऐसी थी और अब भी वैसी ही है। नवर्निवाचित प्रधान भी भूले संकल्प
पंचायत चुनाव में चुन कर आए नए प्रधानों ने चुनाव के समय संकल्प लिया था कि वह जीत जाने के बाद गांव में साफ सफाई से लेकर पानी आदि के उचित इंतजाम करेंगे। वह संकल्प लिए बहुत समय नहीं बीता लेकिन अभी से उसकी सच्चाई सामने आने लगी है। गांव में गंदगी के कारण बीमारी फैल रही हैं। नवर्निवाचित प्रधान गीता रानी ने बताया कि अभी तक बस्ता नहीं मिला है, उसके मिलते ही गांव में काम चालू करा दिया जाएगा। पंचायतों में सफाई कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है, नवनिर्वाचित प्रधानों को भी पानी के साथ वैक्सीनेशन और सफाई को लेकर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
- संतोष कुमार, डीपीआरओ