खाद के लिए मध्यप्रदेश के बिचौलिए महोबा में लगा रहे सेंध

जागरण संवाददाता महोबा जिले में खाद का संकट अब उतना नहीं जितना काला बाजारी करने वाले बन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 05:24 PM (IST)
खाद के लिए मध्यप्रदेश के बिचौलिए महोबा में लगा रहे सेंध
खाद के लिए मध्यप्रदेश के बिचौलिए महोबा में लगा रहे सेंध

जागरण संवाददाता, महोबा: जिले में खाद का संकट अब उतना नहीं जितना काला बाजारी करने वाले बनाए हुए हैं। इधर जिले में लगातार कई खेप आ चुकी हैं। समितियों और एग्री जंक्शन में खाद उपलब्ध कराई जा रही है। मौके का फायदा उठा कर मध्यप्रदेश के सीमावर्ती गांवों के किसान यूपी में महोबा के कुछ अपने रिश्तेदार, जान पहचान के लोगों के माध्यम से खाद उठा रहे हैं। इस मामले में बिचौलिए हावी हैं।

महोबा में छतरपुर, नौगांव आदि क्षेत्र का काफी हिस्सा महोबा में जुड़ा हुआ है। तीज त्योहार से लेकर रोजमर्रा की बाजार करने के लिए मध्य प्रदेश के सीमावर्ती गांवों के लोग महोबा आते रहते हैं। कोरोना संक्रमण काल के दौरान यहां बंदी के समय में छूट मिलने पर वहां की भीड़ अक्सर आ जाती थी। ठीक उसी तरह इस समय सीमा क्षेत्र से जुड़े गांवों के लोग महोबा में समितियों से डीएपी, यूरिया खाद यहां बिचौलियों के माध्यम से उठा रहे हैं। कुछ मध्यप्रदेश वासी तो यहां रिश्तेदारी होने का फायदा ले रहे हैं। वह यहां के लोगों का आधार का माध्यम बना कर खाद लेकर जा रहे हैं। यदि किसान खाद ले जाएं तब भी गनीमत, इस मौके का फायदा खाद की काला बाजारी करने वाले उठा रहे हैं। वह यहां से सस्ती दर पर यूरिया और डीएपी खाद ले जा कर मध्यप्रदेश में कमी के चलते उसको अधिक दाम पर बिक्री कर कमाई कर रहे हैं। यह अधिकारी भी जानते हैं लेकिन इसमें कोई कुछ नहीं कर पा रहा है।

महोबकंठ के किसान मनोज कहते हैं कि पूरा दिन सीमा से जुड़े नौगांव से लोग खाद लेने जिले की समितियों में पहुंच रहे हैं। तेइया के किसान जगन्ना कहते हैं कि यहां के भी कुछ लोग मिले हुए हैं जो मौके का फायदा उठा कर कमाई करने में लगे हैं। सहायक निबंधन आयुक्त आरपी गुप्ता कहते हैं कि अपने यहां समितियों में पर्याप्त खाद है, वहीं पड़ोसी प्रदेश में अभी भी किल्लत होने से वहां के लोग यहां अपने रिश्तेदारों का आधार लगवा कर खाद उठा रहे हैं, इसमें कोई शिकायत मिले तो कार्रवाई की जाएगी।

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