शासन से मिली हरी झंडी, जल्द खातों में पहुंचेगी यूनिफार्म की धनराशि

जासं महोबा लंबी प्रतीक्षा के बाद बच्चों की यूनिफार्म के रुपये जल्द उनके अभिभावकों के बैंक खा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:35 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:35 PM (IST)
शासन से मिली हरी झंडी, जल्द खातों में पहुंचेगी यूनिफार्म की धनराशि
शासन से मिली हरी झंडी, जल्द खातों में पहुंचेगी यूनिफार्म की धनराशि

जासं, महोबा : लंबी प्रतीक्षा के बाद बच्चों की यूनिफार्म के रुपये जल्द उनके अभिभावकों के बैंक खातों में आ जाएंगे। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों को पत्र भी जारी कर दिया है। शासन के निर्देश के बाद बीएसए ने सभी बीईओ को खाता नंबर एकत्र कर प्रेरणा एप पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।

शासन की नई गाइडलाइन जारी होने के चार माह बाद भी परिषदीय स्कूल के बच्चों को यूनिफार्म की धनराशि नहीं उपलब्ध हो पा रही थी। इसी चक्कर में बैग, जूता, मोजा, ड्रेस भी बच्चों को नहीं मिल पा रही थी। लंबे इंतजार के बाद बीस सितंबर को बेसिक शिक्षा प्रमुख सचिव ने बैठक कर खातों में धनराशि भेजने की अनुमित दे दी।

प्रत्येक बच्चे को मिलेंगे 1056 रुपये

जिले के 93621 बच्चे परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत हैं। इनके खातों में यूनिफार्म का करीब 10 करोड़ रुपये आना है। डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर शशांक सचान ने बताया कि प्रत्येक बच्चे के अभिभावक के बैंक खाते में करीब 1056 रुपया भेजा जाना है।

काम तेज किया गया : वैसे तो जून माह से ही बच्चों के अभिभावकों का बैंक खाता नंबर एकत्र किया जा रहा था, लेकिन उसके मिलान में हो रही देरी और शासन से अनुमित न मिलने से इसमें दिक्कत थी। अब आदेश मिलते ही खाता नंबर एकत्र करने के साथ उसमें आधार लिक करना जरूरी कर दिया गया है। खाता नंबर को प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा।

ड्रेस की लागत : परिषदीय स्कूलों के बच्चों को करीब 600 रुपये की लागत में दो ड्रेस मिलती रही हैं। एक स्वेटर जिसकी लागत 200 रुपये, 200 रुपये की लागत के जूता-मोजा, स्कूल बैग शासन से ही मिलता था। अब इसकी लागत सीधे बच्चों के अभिभावकों के पास पहुंच जाएगी।

शासन स्तर पर हुई बैठक के बाद आदेश जारी कर दिए गए हैं। अध्यापकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है, खाता नंबर को एकत्र करने के निर्देश ब्लाक स्तर पर जारी किए गए हैं, खाता नंबर में आधार लिक अनिवार्य किया गया है।

- शशांक सचान, डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर, बेसिक शिक्षा विभाग

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