नियमों को ठेंगा दिखा नगरीय आबादी क्षेत्र में कर दी चकबंदी

जागरण संवाददाता महोबा एक साल से चकबंदी को लेकर कुलपहाड़ कस्बा और आसपास गांव के कि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 04:53 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 04:53 PM (IST)
नियमों को ठेंगा दिखा नगरीय आबादी क्षेत्र में कर दी चकबंदी
नियमों को ठेंगा दिखा नगरीय आबादी क्षेत्र में कर दी चकबंदी

जागरण संवाददाता, महोबा : एक साल से चकबंदी को लेकर कुलपहाड़ कस्बा और आसपास गांव के किसान सवाल उठाते रहे हैं। जिला प्रशासन से लेकर शासन तक से गुहार लगाई। जांच की मांग कर अनशन भी हुआ लेकिन इस खेल के महारथियों की दबंगई के आगे किसी की न चली। हालात यह हैं कि बड़े-बड़े भू-माफिया के इशारे पर आवास के स्वामित्व तक में हेराफेरी कर दी गई। जबकि नियम है कि आबादी क्षेत्र में चकबंदी नहीं होती। मनमाने आदेश कर भू माफिया को इसका लाभ दिया गया। गरीबों को मुकदमों में उलझा कर उन्हें परेशान किया जा रहा है।

वैसे भू-माफिया का जाल महोबा मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर तक फैला है, लेकिन पिछले एक साल से कुलपहाड़ कस्बा और ग्रामीण इलाकों में मनमाने तरीके से चकबंदी प्रक्रिया को अंजाम देने की शिकायतें उठती रही हैं। इसी तरह की एक शिकायत पिछले दिनों किसान शिवनारायन निवासी राजा वार्ड सोनी मोहल्ला कुलपहाड़ ने की थी। साथ ही आरटीआइ के तहत कुलपहाड़ चकबंदी विभाग से पूर्व में चकबंदी की रिपोर्ट भी मांगी थी। विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट देने के बजाय उनके साथ मारपीट कर दी। पीड़ित व अन्य किसानों के अनुसार नगर में आबादी क्षेत्र के अंदर लाखों रुपये कीमत की जमीन भू-माफिया को चकबंदी में हेराफेरी करके अधिकारियों ने दिला दी। राजस्व अभिलेखों में भी हेराफेरी की गई है। सैकड़ों लोगों पर झूठे मुकदमा भी दर्ज किए गए हैं। पिछले दिनों चकबंदी में गड़बड़ी को लेकर ही किसानों का धरना भी प्रारंभ हुआ था। इसे प्रशासन ने भी अनदेखी करके आखिर समाप्त करा दिया।

शिकायतकर्ता को ही फंसा दिया

आरटीआइ से सूचना मांगने वाले किसान शिव नारायण ने पुलिस में शिकायत की थी कि उन्हें कुलपहाड़ चकबंदी कार्यालय में पीटा गया। अधिकारियों ने पुलिस से मिल कर उल्टा उन्हीं पर आरोप लगा दिए। पुलिस ने लिखा कि आरोप लगाने वाला स्वयं ही चकबंदी कार्यालय पहुंच कर काम में बाधा डाल रहा था।

नगर क्षेत्र में वैसे तो कोई चकबंदी नहीं हुई है। हो सकता है कि कोई हिस्सा या भवन उस परिधि में आता हो तो वहां चकबंदी कर दी गई हो।

- मनोज मिश्र, सहायक चकबंदी अधिकारी, कुलपहाड़

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