सफाई न दवाई, भगवान भरोसे गांव

जागरण संवाददाता महोबा जिले में पंचायत चुनाव की सरगर्मी पिछले दो माह से चल रही थी। विकास

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 07:28 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 07:28 PM (IST)
सफाई न दवाई, भगवान भरोसे गांव
सफाई न दवाई, भगवान भरोसे गांव

जागरण संवाददाता, महोबा: जिले में पंचायत चुनाव की सरगर्मी पिछले दो माह से चल रही थी। विकास कार्य तो ठप पड़े ही रहे साथ में वहां साफ सफाई का काम भी पहले से ही ठंडे बस्ते में चला गया। अब वर्तमान में संक्रमण का असर जब तेज हो गया है तो भी गांवों की ओर तो किसी का ध्यान ही नहीं जा रहा। कोरोना की जांच, अन्य बीमारियों में इलाज के साथ वैक्सीनेशन को लेकर भी लगातार लापरवाही दिख रही है। यही कारण है कि पिछले चार दिन में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के मरने का आंकड़ा डराने वाला है।

जिले की 273 पंचायतों में चुनाव को लेकर मचा घमासान तो शांत हो गया लेकिन उसके साथ-साथ चल रहा कोरोना महामारी की लहर और तेज हो चुकी है। पंचायत चुनाव के दौरान जिस तरह मतदान में और उसके बाद मतगणना के समय लोग बेपरवाह होकर भीड़ में एकत्र हो रहे थे उससे संक्रमण तो बढ़ना ही था। वैसे इसका अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने कोई आंकड़ा नहीं जुटाया कि गांव में संक्रमण की दर क्या है लेकिन पिछले चार दिनों में सरकारी लिखा पढ़ी के आंकड़ों को देखें तो करीब साठ लोगों की मौत हो चुकी है। इन मौतों के पीछे संक्रामक बीमारी के साथ समय से इलाज न मिलना भी है। नवर्निवाचित प्रधान भी भूले संकल्प

पंचायत में चुन कर आए नए प्रधानों ने चुनाव के समय संकल्प लिया था कि वह जीत जाने के बाद गांव में साफ सफाई से लेकर पानी आदि के उचित इंतजाम करेंगे। वह संकल्प लिए बहुत समय नहीं बीता लेकिन अभी से उसकी सच्चाई सामने आने लगी है। गांव में गंदगी के कारण बीमारी फैल रही हैं। लोग वैक्सीनेशन के साथ संक्रमण से बचाव को लेकर भी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी बेहाल

जिले में स्टाफ कम होना, इस समय लगातार कोरोना के केस का बढ़ना स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी मुसीबत है। अकेले जिला अस्पताल में तीन से चार सौ लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। ओपीडी भी बंद होने से इमरजेंसी में भी लोग पहुंच रहे हैं।

पंचायतों में सफाई कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है, नवनिर्वाचित प्रधानों को भी पानी के साथ वैक्सीनेशन और सफाई को लेकर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

- संतोष कुमार, डीपीआरओ

chat bot
आपका साथी