कभी भी खरीदे गए गेहूं पर बरस सकती आफत
जागरण संवाददाता महोबा जिले में गेहूं खरीद के लिए 44 केंद्र संचालित हैं। इसमें एक अप्रैल से
जागरण संवाददाता, महोबा : जिले में गेहूं खरीद के लिए 44 केंद्र संचालित हैं। इसमें एक अप्रैल से खरीद की व्यवस्था है। अब तक करीब 1351 किसानों से गेहूं की खरीद इन केंद्रों पर हो चुकी है। अब खरीदा गया गेहूं सुरक्षित हो इसको लेकर खाद्य विपणन विभाग को पसीना बहाना पड़ रहा है। वैसे अधिकांश केंद्रों का गेहूं वहीं गोदामों में रखवाने की व्यवस्था है लेकिन पीसीएफ केंद्रों का गेहूं उठान धीमा होने से दिक्कत आ सकती है। इधर मौसम भी लगातार डरा रहा है। यदि इसमें और देरी हुई तो कुछ केंद्रों का खुले में पड़ा गेहूं खराब हो सकता है।
जिलें में गेहूं खरीद के लिए पीसीएफ की ओर से 35 केंद्र संचालित हैं। बाकी कोऑपरेटिव के हैं। इनमें अब तक 5621.20 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है। पीसीएफ के पांच केंद्रों का गेहूं अभी भी खुले में है। यदि समय रहते इसे रखने की व्यवस्था न हुई तो बारिश में यह खराब हो सकता है। वहीं पीसीएफ की ओर से किसानों का भुगतान करने में भी देरी हो रही है। वैसे शासन के निर्देश थे कि हर किसानों को गेहूं बिक्री के 72 घंटे के अंदर उसका भुगतान हो जाएगा। लेकिन अभी तक मात्र 317.67 लाख का ही भुगतान हो सका है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी राम कृष्ण पांडेय ने बताया कि पीसीएफ ने जो खरीद की है उसमें काफी किसानों का भुगतान अभी फंसा हुआ है। जो गेहूं तौला जा रहा है उसे सुरक्षित वहीं की समितियों में रखवा दिया गया है। कुछ पीसीएफ केंद्र हैं, जहां गेहूं अभी खुले में है उसे भी एक दो दिन में गोदाम में भिजवा दिया गया है।