दस्तक अभियान में मिले 75 मरीज, 13 बच्चे मिले कुपोषित

जागरण संवाददाता महोबा जिले में 25 जुलाई तक चले दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 06:41 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 06:41 PM (IST)
दस्तक अभियान में मिले 75 मरीज, 13 बच्चे मिले कुपोषित
दस्तक अभियान में मिले 75 मरीज, 13 बच्चे मिले कुपोषित

जागरण संवाददाता, महोबा : जिले में 25 जुलाई तक चले दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने घर-घर दस्तक दी। इस दौरान टीबी और कुपोषण के साथ डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) आदि से ग्रसित 75 मरीजों की पहचान की। उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाया।

मिले मरीजों में टीबी के सात, 13 कुपोषित बच्चे शामिल हैं। साथ ही लोगों को स्वच्छता, पोषण युक्त भोजन आदि की महत्ता के प्रति जागरूक किया गया है। सीएमओ डा.एमके सिन्हा के निर्देशन पर दस्तक अभियान चलाया गया। जिला मलेरिया अधिकारी आरपी निरंजन ने बताया कि साल 2025 तक देश को टीबी मुक्त कराने का लक्ष्य है। पिछले वर्ष संचालित किए गए दस्तक अभियान में भी टीबी रोगियों को खोजा गया था। वर्तमान में संचालित दस्तक अभियान में भी सात नए मरीज मिले। 13 कुपोषित बच्चों के अलावा बुखार के 25 फाइलेरिया के 11 मरीज मिले। कोरोना लक्षण के 19 मरीज चिन्हित किए गए। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। आशा कार्यकर्ता की ओर से 1.58 लाख घरों का सर्वे किया गया। 930 मातृ बैठक और ग्राम स्वच्छता समिति की 525 बैठकें हुईं। पानी शुद्ध करने के लिए 964 क्लोरीनेशन डेमो किए गए।

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मलेरिया, डेंगू एवं डायरिया जैसी महामारी का मुख्य कारण गंदगी व दूषित जलभराव है। उन्होंने कहा ग्रामीण अपने घरों के आसपास न तो कूड़े और न ही गंदे पानी को जमा होने दें। जितने भी संक्रामक रोग हैं उनकी असली जड़ मच्छर है और मच्छर गंदगी के स्थान पर ही पैदा होते हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वह कूलर में भी अधिक दिनों तक पानी को जमा नहीं होने दें।

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