60 से 500 पहुंची ऑक्सीजन सिलिडर क्षमता
जागरण संवाददाता महोबा अप्रैल के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण के मात्र दस मरीज थे। अचानक
जागरण संवाददाता, महोबा: अप्रैल के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण के मात्र दस मरीज थे। अचानक एक सप्ताह में यह आंकड़ा सौ के पार जा पहुंचा। इधर स्वास्थ्य विभाग के पास मात्र साठ ऑक्सीजन सिलिडर थे। कोविड सेंटर भी संचालित नहीं था। ऐसे में प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए और दूसरे बड़े शहरों के हालात बिगड़ते देख आनन फानन जिले में दो कोविड सेंटर स्थापित कराए। ऑक्सीजन सप्लायर को स्टाक बढ़ाने के निर्देश दिए। अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह तक स्वास्थ्य व्यवस्था में बेहतर सुधार का ही परिणाम रहा कि हालात और बिगड़ने से पहले कंट्रोल हो गए। अब प्रशासन की नजर तीसरी लहर के अंदेशों को देखते ही तैयारियों को लगातार गति देने रहने की है।
इस समय तो कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है लेकिन एक सप्ताह पहले तक मरीजों की संख्या 1000 के करीब थी। इस समय करीब 55 मरीजों की मौत हो चुकी है। संक्रमित मात्र पांच के करीब हैं।
इंसेट: स्वास्थ्य व्यवस्था एक नजर में
जिला अस्पताल में एक कोविड सेंटर स्थापित है। श्रीनगर में 100 बेड का कोविड सेंटर है। चरखारी में दो सौ बेड का कोविड सेंटर संचालित हैं। कुलपहाड़ में भी कोविड सेंटर है लेकिन वहां स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को भर्ती नहीं किया गया है। जिले में दस फार्मासिस्ट की भर्ती की गई है। आठ नर्स भी भर्ती की गई हैं।
इंसेट: ऑक्सीजन सिलिडर के हालात
जिले में अप्रैल माह के पहले सप्ताह तक 60 ऑक्सीजन सिलिडर जिला अस्पताल के पास थे। वर्तमान में 500 के करीब सिलिडर हो चुके हैं। 45 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगे हुए हैं। अगले माह तक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के भी लग जाने की उम्मीद है। शासन की ओर से 94 लाख की लागत से बनने वाले इस प्लांट के लिए अनुमति भी मिल चुकी है।
इंसेट: हर बेड पर सिलिडर-एक्सरे मशीन
कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पर इधर उधर न भागना पड़े इसके लिए कोविड सेंटर के हर बेड पर सिलिडर की व्यवस्था की गई है। एक्सरे मशीन भी लगी है। अभी तक तीनों कोविड सेंटर में एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया जब सारे बेड फुल हो गए हों। जिला अस्पताल में बच्चों के लिए अलग से वार्ड तैयार किया जा चुका है।
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वैक्सीनेशन-किट वितरण को बनी टीमें
जिले में वैक्सीनेशन को लेकर पंचायत स्तर पर टीमें बनाई गई हैं। इनके नंबर भी सार्वजनिक किए गए हैं। 30 टीमें मेडकिल किट वितरित कर रही हैं। होम क्वारंटाइन मरीजों को इससे मदद मिल रही है। डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन और बेड की कमी न हो इसके लिए पहले से ही इंतजाम कर लिए गए थे, आगे भी इसमें लगातार और सुधार कराने के निर्देश दिए गए हैं।