फाइलों में दब गया 44 लाख की ठगी का मामला

जासं महोबा सीएमओ कार्यालय में 44 युवकों को नौकरी का झांसा देकर 44 लाख रुपये की ठगी के म

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 05:09 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 05:09 PM (IST)
फाइलों में दब गया 44 लाख की ठगी का मामला
फाइलों में दब गया 44 लाख की ठगी का मामला

जासं, महोबा : सीएमओ कार्यालय में 44 युवकों को नौकरी का झांसा देकर 44 लाख रुपये की ठगी के मामले में जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। पूरे मामले की जांच पूरी होने के पहले ही फाइलों को दबा दिया गया। यहां तक कि सीएमओ कार्यालय के पकड़े गए चौकीदार को पुलिस ने पकड़ कर जेल भी भेजा था। जमानत के बाद वह भी बाहर आ गया लेकिन मुख्य आरोपित का आज तक पता नहीं चल सका।

जुलाई माह में कबरई कस्बा के युवक संतोष कुमार, हरिओम ने डीएम सत्येंद्र कुमार को बताया था कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत हेल्थ केयर सेंटर में नौकरी दिलाने के नाम पर स्वास्थ्य विभाग में उनसे ठगी की गई। आरोपित ने इन युवकों से कहा कि वह स्वास्थ्य विभाग में तैनात है। सीएमओ कार्यालय के पास ही इन लोगों से एक-एक लाख रुपया ले लिया। इसके बाद न नियुक्ति पत्र मिला और न पैसा। इस तरह आरोपित ने 44 युवकों से पैसा लिया था। कुछ दिन बाद इसी मामले में कबरई के मोहल्ला भगत सिंह नगर निवासी प्रेमनारायण और ईश्वरीदीन ने संपूर्ण समाधान दिवस में एसपी, सीएमओ से शिकायत की थी। तहरीर देकर आरोपित दिवाकर दत्त त्रिपाठी, विष्णु प्रजापति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। महोबा सदर कोतवाली पुलिस ने सीएमओ कार्यालय के चौकीदार विष्णु प्रजापति को गिरफ्तार कर जेल भेजा था लेकिन अब वह भी जमानत पर बाहर आ चुका है। वहीं मुख्य आरोपित दिवाकर दत्त अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इस आरोपित को भगाने में अधिकारियों का ही हाथ माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार यह आरोपित स्वास्थ्य विभाग में अच्छी पैठ बनाए था। यही कारण है कि पूरे मामले की जांच अब ठंडे बस्ते में चली गई है।

चौकीदार ने ही मुख्य आरोपित के संबंध में जानकारी दी थी, कहा था कि लोगों से लिया रुपया भी उसी के पास जमा था। पुलिस को उस कथित ठेकेदार की तलाश है, फतेहपुर सहित अन्य कई जनपदों में छापेमारी की गई थी लेकिन वह हाथ नहीं लग सका।

- बलराम सिंह, कोतवाली प्रभारी

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