36000 एमटी हुई गेहूं खरीद, 7.03 करोड़ भुगतान अटका
जागरण संवाददाता महोबा जिले में इस बार गेहूं खरीद के लिए 44 क्रय केंद्र संचालित हुए थे। पह
जागरण संवाददाता, महोबा : जिले में इस बार गेहूं खरीद के लिए 44 क्रय केंद्र संचालित हुए थे। पहले एक अप्रैल से 15 जून तक खरीद होनी थी, लेकिन 22 जून तक का समय और बढ़ा दिया गया था। इस दौरान 41 क्रय केंद्रों में खरीद बंद कर मात्र तीन में ही खरीद कराई गई। इससे किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा। कुछ किसानों ने तो खुले बाजार में ही अपना गेहूं बिक्री करना मुनासिब समझा। केंद्रों में अंतिम दिन तक करीब 36000 मीट्रिक टन गेंहू की खरीद हो सकी। इसमें अभी भी सात करोड़ तीन लाख रुपये किसानों का भुगतान फंसा हुआ है।
एक अप्रैल से गेहूं खरीद के लिए एक साथ 44 क्रय केंद्रों का संचालन किया गया था। प्रारंभ का एक सप्ताह तो पंजीकरण को लेकर किसान परेशान रहे। बाद में खरीद तेज हुई लेकिन पंचायत चुनाव आ जाने से करीब 14 केंद्रों को बंद करना पड़ा। मई के अंतिम सप्ताह में गेहूं खरीद में एक बार फिर तेजी आई और सभी केंद्रों का संचालन प्रारंभ हो गया। इधर समय बढ़ा देने से किसानों ने राहत की सांस ली थी लेकिन महोबा मंडी, चरखारी के दो खरीद केंद्रों में ही खरीद होने से अन्य क्षेत्र के किसानों को मायूस होना पड़ा।
9351 किसानों से हुई खरीद
पिछले साल करीब 32000 एमटी गेहूं की खरीद हुई थी वहीं इस साल करीब 36000 एमटी गेहूं की खरीद हो सकी। इसमें 9351 किसानों का गेहूं खरीदा गया। जिसमें 70 करोड़ 84 लाख भुगतान के सापेक्ष मंगलवार तक 63 करोड़ 80 लाख का भुगतान हो सका। अभी भी सात करोड़ तीन लाख का भुगतान फंसा हुआ है। अभी मिलान कराने पर यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। सभी केंद्रों न खुलने से हुई परेशानी
खरीद केंद्र बंद होने से गेहूं खुले बाजार में बिक्री करना पड़ा, प्रारंभ में भी 15 दिन भरवारा का केंद्र बंद रहा था, इधर समय बढ़ाने के बाद फिर केंद्र को बंद कर दिया गया, मजबूरी में करीब 30 कुंतल गेहूं खुले बाजार में बिक्री करना पड़ा।
- राधेलाल राजपूत, भरवारा
चरखारी और महोबा इतनी दूर गेहूं बिक्री करने जाना संभव नहीं था, प्रशासन को चाहिए था कि जितने दिन केंद्र बंद रहा था उसकी भरपाई के लिए बाद में इसे संचालित करना था, पर ऐसा न होने से हम किसानों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।
अमरीश रावत, भरवारा
- समय बढ़ाने पर भी किसान केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे थे इसलिए अन्य केंद्रों को बंद करना पड़ा। किसानों के जो सात करोड़ तीन लाख रुपये के करीब भुगतान बकाया है। उसे भी तीन-चार दिन में करा दिया जाएगा।
- रामकृष्ण पांडेय, जिला विपणन अधिकारी