प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है योग

कोरोना से बचाव के गाइड लाइन का पालन करें और योग करें।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:43 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:43 PM (IST)
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है योग
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है योग

महराजगंज: भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के योग शिक्षक गणेश शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना से डरे नहीं, बल्कि सतर्क रहें। कोरोना से बचाव के गाइड लाइन का पालन करें और योग करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भुजंगासन की क्रिया महत्वपूर्ण है। यह आसन पेट की पाचन शक्ति के लिए भी अत्यंत लाभदायक है। इसके करने से पेट से संबंधित कोई परेशानी नहीं होती और आंतरिक शक्तियों को मजबूती मिलती है। योग क्रिया की जानकारी देते हुए योग शिक्षक ने बताया कि इसके करने के लिए साफ दरी या मैट पर पेट के बल सीधा लेट जाते हैं। हाथों को सीधा अपने शरीर के बगल में कोहनी को मोड़ते हुए रखते हैं। हाथ के पंजे सिर की ओर आगे रहेंगे। फिर हाथ के पंजे पर भार देते हुए सिर को ऊपर की ओर उठाएंगे। सिर, गर्दन तथा कंधे जमीन से ऊपर उठने चाहिए। पैर तथा कूल्हे जमीन पर रहने चाहिए। इसी अवस्था में 10 से 15 सेकेंड तक रहने के बाद सांस बाहर छोड़ते हुए पुन: उसी अवस्था में वापस आते हैं। ऐसा हम आठ से 10 बार करते हैं। उन्होंने बताया कि भुजंगासन कि कई स्थितियां होती हैं, जिसमें अर्ध भुजंगासन व पूर्णभुजंगासन। भुजंगासन में पहले अर्ध भुजंगासन करते हैं, फिर धीरे-धीरे पूर्णभुजंगासन की ओर बढ़ते हैं। सिर को जब हम ऊपर की ओर उठाते हैं, तो जो स्थिति बनती है वह भुजंग(सांप) के फन की तरह बनती है। जब हम सांस लेते छोड़ते हैं, तो हमारे फेफड़ों को मजबूती मिलती है। रीड़ की हड्डी मजबूत होती है। कंधे के दर्द या घाव वाले व्यक्ति को भुजंगासन करने से परहेज करना चाहिए।

chat bot
आपका साथी