रसोई से गायब हुई प्याज, खरीदने से कतरा रहे लोग
महंगाई की मार में प्याज के दाम में आए उछाल ने तराई की रसोई को प्याज के आंसू रोने पर मजबूर कर दिया है। सब्जियों के बढ़े दामों के साथ बढ़े प्याज के दाम से आम जन की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
महराजगंज: महंगाई की मार में प्याज के दाम में आए उछाल ने तराई की रसोई को प्याज के आंसू रोने पर मजबूर कर दिया है। सब्जियों के बढ़े दामों के साथ बढ़े प्याज के दाम से आम जन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सब्जी बिक्रेता भी प्याज के दाम में आए उछाल से घबराने लगे हैं। इधर लगातार बढ़ रहे दाम ने प्याज को 120 रुपये किग्रा तक पहुंचा दिया है। जिससे लोगों में असंतोष बढ़ता ही जा रहा है। इधर जिले से व्यापारियों द्वारा अवैध तरीके से नेपाल को प्याज की तस्करी की सूचना ने भी आग में घी डालने जैसा है।
-------
फोटो - 9 एमआरजे- 18
सरकार ने अच्छे दिनों का सपना दिखाया, लेकिन सरकार मंहगाई पर लगाम नहीं लगा पाई। रसोई संभालना मुश्किल हो रहा है। सब्जियां तक नहीं खरीद पा रहे हैं।
दीपमाला पटेल
--------
फोटो - 9 एमआरजे- 19
महंगाई को रोकना तो दूर प्रशासन व सरकार हो रही तस्करी को नहीं रोक पा रही है। अभी पिछले ही दिनों भारी मात्रा में प्याज नेपाल को भेज दी गई ,जिसकी किसी को खबर ही नहीं। आजकल सब्जियों में प्याज मुश्किल से ही पड़ पाता है।
अराधना पांडेय
.......
फोटो - 9 एमआरजे- 20
यही हालत रहे तो वह दिन दूर नहीं जब पानी के साथ रोटी चबानी पड़ेगी। सब्जी से लेकर दाल तक पहुंची मंहगाई ने मानों प्याज को अपनी महारानी बना दिया हो।
अंजली सिंह
.....
फोटो -9 एमआरजे- 21
पहले से ही हालत खराब थे, अब तो बदतर हो गए हैं। सरकार को सब्जियों को दामों को नियंत्रित करने के लिए कारगर उपाय करना चाहिए।
माधवी शुक्ला
----
फोटो -9 एमआरजे- 22
प्याज अमीर व गरीब सभी खाते हैं। हरी सब्जियों को खरीदने में गरीबों को परेशानी होती है। मूल्य बढ़ने से सर्वाधिक परेशानी छोटे तबके के लोगों को हो रही है।
सावित्री गुप्ता