गम में डूबा गांव,नहीं जले घरों में चूल्हे

लोग उस मंजर को नहीं भूल पा रहे जब उनके प्रियजनों की मौत हो चुकी थी और वे बेबस बने हुए थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 12:21 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 12:21 AM (IST)
गम में डूबा गांव,नहीं जले घरों में चूल्हे
गम में डूबा गांव,नहीं जले घरों में चूल्हे

महराजगंज: सड़क हादसे में छह लोगों की मौतों के बाद लीलाछापर गांव में मातम छा गया। मंगलवार की सुबह गांव के अधिकांश घरों मेंचूल्हे नहीं जले। लोग उस मंजर को नहीं भूल पा रहे, जब उनके प्रियजनों की मौत हो चुकी थी, और वे बेबस बने हुए थे। गांव की महिलाएं पीड़ित स्वजन के घर पहुंच ढांढस बंधाने में जुटी थीं, तो पुरुषों की जुबां पर हादसे का जिक्र था। हर कोई नियति की क्रूरता को कोस रहा था। सोमवार की रात घटना के बाद मृतकों के घर से रह रहकर उठ रही चीत्कार से ग्रामीणों का कलेजा फट जा रहा था। मृतक के स्वजन के साथ ग्रामीणों के भी आंखों से रात की नींद गायब हो गई थी। लोग एक दूसरे को ढांढ़स बधाने के लिए रात भर एक दूसरे के घर आते-जाते रहे। रात भर गांव में रिश्तेदारों का आना जाना लगा रहा। वहीं, जैसे-जैसे रिश्तेदार मृतकों के घर पहुंच रहे थे, वैसे वैसे चित्कार की आवाज और तेज होती जा रही थी। महिलाओं के करुण क्रंदन से गांव का माहौल गमगीन हो गया था। जनप्रतिनिधियों ने मृतकों के स्वजन को बधाया ढांढस

महराजगंज: क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने लेजार महदेवा के लीलाछापर में मंगलवार की सुबह पहुंचकर मृतकों के स्वजन को ढाढस बंधाया। वही घटना की जानकारी भी ली, साथ ही हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया। विधायक बजरंग बहादुर सिंह, सपा नेता अमित चौबे, नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य परमानंद तिवारी आदि लोगों ने पहुंचकर मृतक के स्वजन को ढांढस बधाया। खुशियों के बीच आया मौत का पैगाम, चीत्कार उठे लोग

महराजगंज: नियति का खेल निराला होता है। वह कब किसके साथ कौन सा खेल खेल जाए यह कोई नहीं जानता। लेजार महदेवा के टोला लीलाछापर में सोमवार की रात सड़क हादसे में छह लोगों की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। सोमवार की शाम परछावन के बाद विद्यादेवी ने अपने पुत्र कमलेश कुमार को दुल्हन लाने के लिए हंसी खुशी से विदा किया। कमलेश कुमार दोस्तों व छूटे हुए लोगों को लेकर आने की बात कह कर कैंपियरगंज थानाक्षेत्र के हनुमानगंज के लिए चल दिया। उसके दोस्त सबको व्यवस्थित कर भेजने के बाद कार में सवार होकर चल दिए। वहीं, महिलाएं घर आकर मंगलगीत गा रहीं थीं। ग्रामीण व रिश्तेदारी में आई महिलाएं खुशी से लबरेज होकर नृत्य आदि कर रही थी। तभी हादसे वाली सूचना पर शादी वाले घर में एकाएक मातम छा गया। यह खबर चंद घंटों में पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगा। हादसे की सूचना सुन दूल्हे की मां विद्यादेवी बेहोश होकर गिर पड़ी। जो बराती भी दुल्हन के घर पहुंच गए थे सूचना के बाद घटनास्थल व गांव की तरफ निकल दिए। घटनास्थल से पुलिस ने घायलों व मृतकों को जिला अस्पताल भेज दिया था। मौके पर पहुंचे स्वजन व बरातियों को घायलों व मृतकों की जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं मिल पाई। पूरी रात लोग एक दूसरे को जानकारी देने में जुटे रहे।

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