कोरोना से दो की मौत, 286 नए मिले संक्रमित
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दो कर्मचारी संक्रमित पाए जाने के बाद सीएचसी को 48 घंटे के लिए सील कर दिया है।
महराजगंज: जिले में कोरोना का कहर जारी है। शुक्रवार को कोरोना के 286 नए मरीज मिले हैं और दो के मौत की रिपोर्ट आई है। इस प्रकार मृतकों की संख्या 110 हो गई है। उधर, कोठीभार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दो कर्मचारी संक्रमित पाए जाने के बाद सीएचसी को 48 घंटे के लिए सील कर दिया है।
कोरोना मरीजों के मिलने की संख्या में कमी नहीं आ रही है। जिले में अब तक कुल कोरोना मरीजों की संख्या 11433 पहुंच गई है। कोठीभार संवाददाता के अनुसार नगर पालिका परिषद सिसवा अंतर्गत ग्राम सभा बरवां द्वारिका में 28 अप्रैल को 78 व्यक्तियों के लिए गए सैंपल में 15 दिन बाद आई रिपोर्ट में 22 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद सभी संक्रमित लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। एक ही गांव बरवां द्वारिका के 22 व्यक्तियों के संक्रमित होने के बाद से लोगों में दहशत व्याप्त है कि यह 22 संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले व्यक्ति कितनों को और संक्रमित कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिसवा को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। लेकिन आकस्मिक सेवा जारी है। नोडल अधिकारी डा. आइए अंसारी ने बताया कि अब सक्रिय मरीजों की संख्या 2230 हो गई है। आरआरटी ने 107 मरीजों के बारे में एकत्र की जानकारी, बांटी दवाएं
महराजगंज: कोरोना वायरस से प्रभावित संदिग्ध मरीजों के स्वास्थ्य जांच और दवा वितरण में रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) जुटी हुईं है। शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सदर के अंतर्गत तीन टीम गांवों में भ्रमण कर होम आइसोलेशन में रह रहे 107 मरीजों के बारे में जानकारी एकत्र की और दवा दी। सदर सीएचसी के अंतर्गत डा. कृष्णा साहनी और हरिकेश बहादुर यादव फार्मासिस्ट की टीम ने शहरी क्षेत्र में 45 मरीजों के घरों पर पहुंचकर, उनकी हिस्ट्री ली। इसके बाद दवा का वितरण किया। जबकि डा. विजय सिंह, डा. प्रीति श्रीवास्तव व डा. विकास श्रीवास्तव, तथा डा. छाया, डा. कृष्णकांत यादव व दुर्गावती त्रिपाठी एनएनएम की टीम ने बागापार, नटवा, बेलिया, सिसवा बाबू, सेमरा, इमलिया, सोनरा, लखिमा, नेता सुरहुरवा, बागापार सहित 28 गांवों का सर्वे किया। रैपिड रेस्पांस टीम ने यहां 62 मरीजों में दवा वितरित की। बीपीएम सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि रैपिड रेस्पांस टीम गांवों में मरीजों को लगातार दवा वितरित कर रही हैं। वह गंभीर मरीजों को चिह्नित कर अस्पताल भेजने की रिपोर्ट देती है। इसके अनुसार हेल्थ टीम उन्हें अस्पताल भेजने की कार्रवाई करता है।