दो वर्षों से खराब पड़ा नलकूप, सिंचाई का संकट

रखरखाव व मरम्मत के अभाव में अधिकतर नलकूप खराब होने से किसानों को सिचाई के लिए निजी पंप का सहारा लेना पड़ता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 11:46 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 11:46 PM (IST)
दो वर्षों से खराब पड़ा नलकूप, सिंचाई का संकट
दो वर्षों से खराब पड़ा नलकूप, सिंचाई का संकट

महराजगंज: किसानों को बेहतर सिचाई व्यवस्था उपलब्ध कराने के उद्देश्य से क्षेत्र में जगह-जगह नलकूप लगाए गए हैं लेकिन इसमें से अधिकतर खराब पड़े हैं। बृजमनगंज क्षेत्र के फुलमनहा के अनुकपुर में लगा राजकीय नलकूप तो दो वर्षों से खराब पड़ा है।

रखरखाव व मरम्मत के अभाव में अधिकतर नलकूप खराब होने से किसानों को सिचाई के लिए निजी पंप का सहारा लेना पड़ता है। नलकूप खराब होने से किसान सिचाई के लिए निजी पंपिंग सेट के भरोसे हैं। फुलमनहा व आसपास के ग्रामीणों ने नलकूप खराबी के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है।

गांव निवासी बनवारी कहते हैं कि नलकूप खराब होने से सिचाई के लिए निजी संसाधनों का सहारा लेना पड़ता है। डीजल की मंहगाई से फसलों की सिंचाई में समस्या हो रही है।

गुड्डू ने कहा कि दो वर्षों से नलकूप खराब पड़ा है। अब गेहूं की सिंचाई के लिए भी समस्या का सामना करना पड़ेगा। पहले भी यह समस्या पैदा होती रही है।

रामकेश ने कहा कि सिचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण नलकूप खराब पड़ा है। जिससे किसानों को सिचाई के लिए निजी संसाधनों पर निर्भर होना पड़ता है। अमन कहते हैं कि रखरखाव व मरम्मत अभाव में क्षेत्र के अधिकांश नलकूप बदहाल हो गए हैं। जिससे खेत की सिचाई के लिए कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा है। दिखावा बना पंचायत भवन

नौतनवा: कहने को तो देश में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने और जनता को उसका अधिकार दिलाने के लिए सरकार द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर ही बैठकों का आयोजन करने के लिए लाखों खर्च करके मिनी सचिवालय और पंचायत भवनों का निर्माण भी करवाया गया लेकिन मौके पर यह महज दिखावा बनकर रह गए हैं। ग्राम पंचायत जारा के टोला बुद्धनगर में स्थित पंचायत भवन बदहाल है।

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