व्यवस्था बेहाल, 15 बेड पर 50 नवजात
कैचवर्ड एसएनसीयू वार्ड का हाल सबहेड जिला संयुक्त अस्पताल के में बढ़ी मरीजों की संख्या
जिला संयुक्त अस्पताल के में बढ़ी मरीजों की संख्या, बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा, पांच बेड महीनों से खराब, नहीं ठीक करा सका अस्पताल प्रशासन, मरीजों के बढ़ने से कम पड़ गए संसाधन, तीमारदार परेशान
महराजगंज: जिला संयुक्त अस्पताल के एसएनसीयू (सिक एंड न्यूबार्न केयर यूनिट) में उपलब्ध संसाधन नाकाफी साबित हो रही हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच व्यवस्था की पोल खुल गई है। यहां 15 बेड पर 50 नवजात भर्ती हैं। यहां पांच बेड और हैं, लेकिन काम लायक नहीं हैं। कई माह से खराब होने के बाद भी उन्हें ठीक नहीं कराया जा सका है। इसे लेकर तीमारदार भी परेशान हैं।
जिला अस्पताल में शिशु मृत्युदर के रोकथाम एवं शिशुओं की सुरक्षा के लिए एसएनसीयू का निर्माण कराया गया। कई ऐसे नवजात होते हैं, जिन्हें आठ से 10 दिनों के लिए एसएनसीयू में रखना पड़ता है। इस समय एक बेड पर कई बच्चों के होने से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। एसएनसीयू में जन्म लेने के साथ सांस, पीलिया, कम वजन वाले बच्चों, अविकसित शिशुओं का इलाज किया जाता है।
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जन्म के 42 दिनों के भीतर बच्चों को सबसे अधिक बीमारी तापमान बदलाव से होती है। ऐसी स्थिति में एसएनसीयू वार्ड का वातानुकूलित माहौल नवजात के स्वास्थ्य के लिए प्रभावी होता है। निश्चित तापमान में रखकर बच्चों का इलाज करने से वह जल्दी ठीक हो जाते हैं। सावधानी बरतकर उनका इलाज किया जा रहा है। डा. आरपी राय, बाल रोग विशेषज्ञ
जिला अस्पताल ------------------------------------------
वर्तमान में नवजातों की संख्या बढ़ी है, लेकिन उपलब्ध संसाधनों में भी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। खराब बेड को अतिशीघ्र ठीक करा लिया जाएगा, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
डा. एके राय
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक