नदी में पड़े हैं ध्वस्त रपटा पुल के अवशेष
नौतनवा रोहिन व डंडा नदी पर बने रपटा पुल वर्ष 2007 में ध्वस्त हो गए थे। डंडा नदी में दो स्थानो
नौतनवा: रोहिन व डंडा नदी पर बने रपटा पुल वर्ष 2007 में ध्वस्त हो गए थे। डंडा नदी में दो स्थानों पर बने रपटा पुल के अवशेष अब भी नदी में पड़े हैं। ग्रामीणों का कहना है वर्ष दर वर्ष ध्वस्त पुल की अधिकतर ईंट चोर उठा ले गए हैं। कुछ ह्यूम पाइप भी गायब हैं। वर्ष 2004-05 में रोहिन नदी के सेमरा घाट, डंडा नदी के सुंडी घाट व बैरियहवा घाट पर रपटा पुल बनाया गए। पुल बनने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली, लेकिन वर्ष 2007 में तीनों पुल उफनाई नदी की लालधारा से ध्वस्त हो गया था। ग्रामीणों ने पुल निर्माण में धांधली का आरोप लगाया था। हालांकि
लोक निर्माण विभाग ने सुंडी व बैरियहवा घाट पर फिर से ऊंचा पुल बनाकर ग्रामीणों के आक्रोश को शांत किया। बैरियहवा घाट व सुंडी घाट के पास नदी में पड़े ध्वस्त ह्यूम पाइप व ईंटें अब भी बची हैं, जिन पर चोरों की नजर है। लोक निर्माण विभाग के जेई आरपी चौधरी का कहना है कि शीघ्र ही ध्वस्त पड़े पुल के अवशेष को निकलवा लिया जाएगा। अवशेष को नदी से निकालने के बाद इसे नीलाम कर दिया जाएगा।
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पुलिया क्षतिग्रस्त होने से हादसे की आशंका
आनंदनगर: फरेंदा कस्बे से होकर प्रेम प्रोखरे के रास्ते विश्रामपुर जाने वाली सड़क पर प्रेम पोखरा के पास स्थित पुलिया के क्षतिग्रस्त होने से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें गिरकर साइकिल व मोटरसाइकिल सवार घायल हो रहे हैं। इसे ठीक कराने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत भी किया, लेकिन जिम्मेदारों की नजर उस पर नहीं पड़ रही है। पुलिया में होल से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आने जाने वाले चार पहिया वाहन कभी भी उसमें फंस सकते हैं। जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। सरकार द्वारा सड़क निर्माण में जहां करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। वहीं इस होल को ठीक कराने में किसी भी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ रही है । हरेकृष्ण मणि, राजेश कुमार,शैलेश कुमार, संतोष कुमार, राकेश वर्मा, दिनेश कुमार आदि ने इसे ठीक कराने की मांग की है।