आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं
नौ मार्च को जिला मुख्यालय पर धरने का ऐलान
महराजगंज: आंगनबाड़ी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन की बैठक जिलाध्यक्ष छाया भारती व जिला संरक्षक राधेश्याम मौर्य की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय पर हुई। इस दौरान जिला संरक्षक ने कहा कि पिछले सप्ताह में जो बजट पास हुआ है, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को कुछ नहीं दिया गया, जिससे सीधे लग रहा है कि सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बंधुआ मजदूर के रूप में कार्य करा रही है। यह उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आगामी आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश भर में विभिन्न संगठनों ने धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। इसी क्रम में महराजगंज मुख्यालय पर नौ बजे धरना दिया जाएगा। सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर आंदोलन को ऐतिहासिक बनाएं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर गुणवत्तापूर्ण ईसीसीई संचालन के ब्लाक स्तर पर किए गए प्रशिक्षण का अभी तक प्रमाण-पत्र भी नहीं मिला। बैठक में राजमती, सरोज, राधिका, ज्ञानमती, शोभा, चंद्रकला, पूनम, मीरा आदि कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रही। मांगों को लेकर जलनिगम कर्मियों ने दिया धरना
महराजगंज: उत्तर प्रदेश जलनिगम संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मचारियों ने बकाया वेतन सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अधिशासी अभियंता कार्यालय के समक्ष शनिवार को 12वें दिन भी धरना जारी रखा। कर्मियों ने शासन-प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की और मांग पूरी होने तक आंदोलन करने की बात कही। संयोजक योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि जलनिगम के समस्त कार्य दूसरे अनुभवहीन एजेंसियों को दे दिया गया है। जिससे कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। जलनिगम के पास कार्य नहीं होने से वेतन, पेंशन आदि भी नहीं मिल पा रहा है। मीडिया प्रभारी अजीत कुमार सिंह ने कहा कि सितंबर 2020 से पांच माह का वेतन एवं पेंशन का तत्काल भुगतान किया जाए। मृत कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी दी जाए। इस दौरान सेतवान, सूर्यनाथ प्रसाद, संतोष मणि त्रिपाठी, सतीश यादव, सुभाषचंद गुप्त आदि उपस्थित रहे।