महराजगंज के दवा सरगना का नेपाल तक फैला है नेटवर्क

सोमवार की रात में नेपाल सीमा से सटे गांव जमुई कला से दवाओं की बड़ी खेप की बरामदगी ने सीमा सुरक्षा में लगी सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़ी कर रही हैं। साथ ही 6

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 01:24 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 02:29 AM (IST)
महराजगंज के दवा सरगना का नेपाल तक फैला है नेटवर्क
महराजगंज के दवा सरगना का नेपाल तक फैला है नेटवर्क

महराजगंज : निचलौल क्षेत्र के लोग दवा तस्कर गोविद गुप्त को एक दवा विक्रेता समझते थे, लेकिन बड़ी बरामदगी ने उसके सारे काले चिठ्ठे खोल दिए हैं। सरगना गोविद गुप्त का कारोबार गोरखपुर से लेकर पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के बड़े शहर वीरगंज, हेटौडा, जनकपुर, विराटनगर, नरायणघाट, मुग्लिग, पोखरा के साथ राजधानी काठमांडू तक फैला हुआ हैं। जो एक जगह बैठ कर अपने कैरियर के माध्यम से इस कारोबार को व्यापक रूप से अंजाम दे रहा था।

बीते सोमवार की रात में नेपाल सीमा से सटे गांव जमुई कला से दवाओं की बड़ी खेप की बरामदगी ने सीमा सुरक्षा में लगी सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़ी कर रही हैं। साथ ही 686 करोड़ रुपये के नशीली व प्रतिबंधित दवाओं की बरामदगी बता रही है कि सीमा पर दवा तस्करी का जड़ कितना मजबूत है और बहुत भी पुराना है। इन दवाओं की हुई बरामदगी

छापेमारी में 20.75 क्विंटल नशीली दवाएं बरामद की गई हैं। इनमें 18.78 क्विंटल कोडिन सिरप, 33.56 किग्रा बुप्रेनार्फिन टेबलेट, 16.08 किग्रा डाइजेपाम टेबलेट, 97.31 किग्रा ट्रामाडाल टेबलेट, 4.75 किग्रा एल्प्राजोलाम टेबलेट व 45.24 किग्रा निट्राजीपाम टेबलेट है। इसके अलावा एक लाख 34 हजार चार सौ 60 प्रिटेड लेबल बरामद हुआ है। आरोपितों की जमुई कला से सटे गड़ौरा बाजार में मेडिकल स्टोर की दुकान है। वहां से भी प्रतिबंधित दवाएं बेची जाती थी। नाम बदलकर फिर शुरू किया था नशे का कारोबार

नशीली दवाओं का मुख्य सरगना गोविद गुप्ता नशे का कोई नया कारोबारी नहीं वह सरगना है, जिसे तीन साल पूर्व ही तत्कालीन डीएम के निर्देश पर विभाग ने ब्लैक लिस्टेड करते हुए उसके भारत मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। उसके बाद उसी वर्ष के अंत में आरोपित ने विभागीय संरक्षण में आयुष मेडिकल स्टोर के नाम से नया पंजीकरण कराकर नशे के कारोबार में फिर से लिप्त हो गया था। अब दवाओं का जखीरा बरामद होने के बाद डीएम डा. उज्ज्वल कुमार ने आयुष मेडिकल स्टोर का भी लाइसेंस निरस्त कर दिया है।

अभी पांच फरवरी को ही ठूठीबारी पुलिस ने जमुई कला निवासी मुख्य आरोपित गोविद गुप्ता के आयुष मेडिकल स्टोर से नशीली दवाएं लेकर नेपाल जाते वक्त भगवानपुर के आशीष और गड़ौरा निवासी इसहाक को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में गोविद गुप्ता सहित तीन के खिलाफ कोतवाल दिलीप शुक्ला ने एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में इसहाक और आशीष को पुलिस ने जेल भेज दिया था, लेकिन गोविद की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। डीएम ने टीम को दी बधाई

कोतवाली ठूठीबारी क्षेत्र के ग्राम जमुई कला में 686 करोड़ की नशीली दवाएं बरामद करने में उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार की प्रमुख भूमिका रही। डीएम ने टीम के सभी लोगों को बधाई दी है। टीम में उपजिलाधिकारी के साथ ठूठीबारी के प्रभारी थानाध्यक्ष अरुण कुमार दुबे, एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट संजय कुमार, औषधि निरीक्षक शिव कुमार नायक, जय सिंह, उपनिरीक्षक भगवान बख्श सिंह, मुख्य आरक्षी प्रभाकर सिंह, धनंजय सिंह, महिला आरक्षी पूजा तिवारी, एसएसबी के उपनिरीक्षक मोहन सिंह एसएसबी, आरक्षी अनिरुद्ध कुमार, रूपाली भोरिया व मौसम कुमारी शामिल रहीं। फरवरी से वांछित है गोविद

ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के जमुई कला निवासी गोविद पर फरवरी महीने में भी एक मुकदमा दर्ज हुआ था। एनडीपीएस एक्ट के उस मुकदमें में आरोपित गोविद तभी से वांछित चल रहा था। ठूठीबारी के प्रभारी कोतवाल अरुण कुमार दुबे ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हुई हैं, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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