साइबेरियन पक्षियों को भा गई भिटौली की आबोहवा

बरवा तालाब में भी साइबेरियन पक्षियों ने डेरा जमाना शुरू किया है। फरवरी माह तक यह विदेशी मेहमान यहां प्रवास करेंगे। तराई की आबोहवा साइबेरियन मेहमानों के लिए मुफीद मानी जाती है। ठंड की शुरूआत होते ही साइबेरियन तराई में दस्तक देने लगते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 01:25 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 01:25 AM (IST)
साइबेरियन पक्षियों को भा गई भिटौली की आबोहवा
साइबेरियन पक्षियों को भा गई भिटौली की आबोहवा

महराजगंज : तराई इलाकों में कलरव करने वाले विदेशी मेहमान पक्षी इन दिनों भिटौली क्षेत्र में पंख बिखेरे मिल जाएंगे। यह पहली बार है जब आबादी के करीब खादर क्षेत्र में साइबेरियन पक्षी दिखे हैं। तराई में ठंड बढ़ने के साथ ही साइबेरियन पक्षियों ने भी दस्तक देनी शुरू कर दी है। भिटौली के खादर क्षेत्र में व बरवा तालाब में विदेशी मेहमानों के कलरव की गूंज सुनाई देने लगी है। बरवा तालाब में भी साइबेरियन पक्षियों ने डेरा जमाना शुरू किया है। फरवरी माह तक यह विदेशी मेहमान यहां प्रवास करेंगे। तराई की आबोहवा साइबेरियन मेहमानों के लिए मुफीद मानी जाती है। ठंड की शुरूआत होते ही साइबेरियन तराई में दस्तक देने लगते हैं। प्रतिवर्ष नवंबर माह से साइबेरियन मेहमानों की आमद शुरू हो जाती है। खादर क्षेत्र, बड़े तालाबों में ज्यादातर यह विदेशी मेहमान समय बिताते हैं। गर्मियों की शुरूआत होते ही फरवरी माह में यह साइबेरियन पक्षी पुन: हिमालय पार कर साइबेरिया का रुख कर लेते हैं। यहां डेरा डालते हैं साइबेरियन मेहमान

घुघली विकास खंड के भिटौली के खादर क्षेत्र, पुरैना ताल, बरवा चमइनिया ताल, भैंसी ताल, परतावल क्षेत्र के पकड़ी दीक्षित ताल, भवसगरा ताल, मटिहनिया ताल, इनका डेरा बनता है।

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शिकारियों की भी होती है नजर

चार माह के प्रवास पर आने वाले साइबेरियन पक्षियों पर शिकारियों की भी नजर होती है। डीएफओ पुष्प कुमार के. ने बताया कि वन क्षेत्र स्थित तालाब, झील व नदियों में प्रवास करने वाले पक्षियों की सुरक्षा के लिए सभी रेंजों में वन दारोगा व वनरक्षकों को अलर्ट किया गया है।

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