जयंती पर याद किए गए शहीद भगत सिंह
जितेंद्र जायसवाल ने कहा कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब प्रांत में हुआ था। भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव तीनों स्वतंत्रता सेनानियों ने मिलकर ब्रिटिश शासकों की रातों की नींद उड़ा दी।
महराजगंज: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद सरदार भगत सिंह की 114वीं जयंती पर मंगलवार को नौतनवा के अस्पताल तिराहा पर स्थित भगत सिंह मूर्ति पर माल्यार्पण कर भाजपा नेताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया और हर कोई उनके बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। जितेंद्र जायसवाल ने कहा कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब प्रांत में हुआ था। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव तीनों स्वतंत्रता सेनानियों ने मिलकर ब्रिटिश शासकों की रातों की नींद उड़ा दी। भगत सिंह को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों ने 23 साल की उम्र में फांसी पर लटका दिया था। भगत सिंह अपने साहस और देशभक्ति से भारत की आने वाली कई पीढि़यों को प्रेरित करेंगे। भगत सिंह ने आजादी की लड़ाई के दौरान कई नारे भी दिए, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। सीताराम लोहिया, राजन वर्मा, राहुल गौड़, संतोष निषाद, उमाशंकर तिवारी, कंचन जायसवाल, सुनील गुप्ता, रोहित वर्मा, सरदार विक्की सिंह आदि उपस्थित रहे।
याद रखा जाएगा शहीद भगत सिंह का बलिदान: राजेश
महराजगंज : भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिदूत अमर शहीद भगत सिंह की 114वीं जयंती मंगलवार को फरेंदा स्थित आधारशिला वृद्धाश्रम में बनाई गई। बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश जायसवाल ने कहा कि भगत सिंह का जन्म 1907 में लायलपुर स्थित बंगा गांव में हुआ था। बेहद कम उम्र से ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज उठाने और साम्राज्य को निशाना बनाने के लिए उन्हें सिर्फ 23 साल की उम्र में फांसी दे दी गई थी। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों में से एक थे। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सबसे कम उम्र के सेनानी थे। प्रबंधक प्रदीप कटियार, विकास चौरसिया, शिवम जायसवाल, रवि मद्धेशिया ने भी संबोधित किया। गोपाल सिंह राठौड़, राम सांवर जायसवाल, दुर्गा प्रसाद अग्रहरि, गामा प्रसाद, जगदीश पाठक, कांवला देवी, झिनकी, कौशल्या देवी, धनौती देवी, भंडार प्रभारी अभिजीत शुक्ला, कृष्ण कुमार दुबे, अरुण कुमार, अभिषेक शुक्ला, सीमा देवी, प्रभावती उपस्थित रहे।
पौधारोपण कर मनाई गई भगत सिंह की जयंती
महराजगंज: समाजवादी छात्र सभा द्वारा चलाए जा रहे छात्र नौजवान जागरूकता अभियान के दूसरे दिन जिलाध्यक्ष सूरज यादव के नेतृत्व में अमर शहीद सरदार भगत की जयंती के अवसर पर डा. राम मनोहर लोहिया पार्क में पौधारोपण किया गया। इसके बाद पार्टी कार्यालय पर गोष्ठी आयोजित कर इनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करते हुए याद किया गया। इस दौरान कार्यक्रम प्रभारी एवं प्रदेश सचिव शिव शंकर गौड़ ने कहा कि भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थे। वह त्याग, साहस व बलिदान के प्रतिमूर्ति थे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि भगत सिंह के आजादी की जंग में कूदने के बाद जहां एक तरफ इसे रफ्तार मिली, वहीं दूसरी तरफ अंग्रेज उन्हें देखकर हैरान रह गए थे। अंग्रेजों को सबक सिखाने के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी और 23 मार्च 1931 को अपने क्रांतिकारी साथियों सुखदेव और राजगुरु के साथ मिलकर असेंबली में बम फेंका। इसके बदले में अंग्रेजों ने राजगुरु और सुखदेव के साथ भगत सिंह को भी फांसी दे दी और उस समय भगत सिंह की उम्र महज 23 साल थी। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष यूथ ब्रिगेड अशोक यादव, राजेश निषाद, आदित्य सिंह,अभिषेक वर्मा, असलम खान, सत्येंद्र प्रताप यादव, दीपक गौड़, आशीष यादव, विनय यादव, सद्दाम खान, राजकुमार ऋषभ दुबे राजेश यादव, गिरिजेश आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।