कोरोना में कर रहीं काम, इनके जज्बे को सलाम

स्टाफ नर्स जज्बे की बदौलत मिसाल पेश कर रहीं हैं। इस महामारी के समय में भी वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 12:02 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 12:02 AM (IST)
कोरोना में कर रहीं काम, इनके जज्बे को सलाम
कोरोना में कर रहीं काम, इनके जज्बे को सलाम

महराजगंज: पूर्वांचल में कोरोना वायरस के पांव पसारने से जहां आमजन भयभीत है। वहीं, स्टाफ नर्स जज्बे की बदौलत मिसाल पेश कर रहीं हैं। इस महामारी के समय में भी वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वह कोरोना वार्ड, एसएनसीयू सहित इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सक के साथ मरीजों की निगरानी तो कर ही रहीं हैं। इसके बाद भी वह लगातार दायित्वों का निर्वहन करते हुए मरीजों की सेवा भी कर रहीं हैं। अस्पताल में कार्यरत यह नर्स किसी मां व बहन से कम नहीं है। जिस तरह एक मां अपने बच्चों और एक बहन भाई की सेवा करती है, ठीक उसी प्रकार से यह नर्स भी कोरोना की इस महामारी के दौर में संक्रमित मरीजों की सेवा में जुटी हैं। इनकी सराहना भी हो रही है। सीएचसी लक्ष्मीपुर की स्टाफ कंचन राय कहती हैं कि एक तरफ पूरे देश में कोरोना से हाहाकार मचा है, लेकिन मैं कर्तव्यों को निभाने के लिए बच्चों को घर पर छोड़ दी हूं, जिससे अस्पताल में मरीजों की सेवा अच्छी तरह से कर सकूं। सीएचसी बनकटी स्टाफ नर्स ममता मिश्रा कई वर्षों से गरीब व नि:सहाय रोगियों की सेवा कर रहीं हैं। उनका मानना है कि मानवता से बढ़ कर कुछ नहीं है। इस वैश्विक बीमारी कोरोना में हमें अफवाहों से दूर रहना चाहिए। जिला अस्पताल के एसएनसीयू में तैनात स्टाफ नर्स चंदा चौधरी ने बताया कि यहां नवजात बच्चों को भर्ती किया जाता है। इस कोरोना काल में बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है, ताकि कोई नवजात संक्रमित न हों। मरीज के साथ-साथ परिवार को भी सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। जिसमें सामंजस्य बनाकर जिम्मेदारी निभा रहीं हूं। जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स पल्लवी राय कोरोना मरीजों के इलाज में जुटीं हैं। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान घर की भी चिता होती है, लेकिन मरीजों को ठीक होता देख काफी खुशी होती है। इस दरम्यान काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। मरीज की सेवा करना ही नर्सों का पहला धर्म है। जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स मीरा ने बताया कि मरीजों के सेवा में लंबे समय से जुटी हूं। एक नर्स में मरीजों के दर्द को समझने की जरूरत होती है और उसकी मदद भी करनी चाहिए। मरीजों के साथ दोस्ताना व्यवहार करने से उनकी आधी तकलीफ अपने आप दूर हो जाती है। नौतनवा सीएचसी स्टाफ नर्स प्रेमलता का कहना है कि कोरोना महामारी में भी दायित्व का निर्वहन कर रहीं हूं। इस महामारी के दौर में जहां लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर रह रहे हैं। मैं रात दिन कभी भी किसी समय अगर प्रसूता पहुंचती है, तो प्रसव भी करवा रही हूं। दायित्व का निर्वहन बखूबी कर रहीं हूं।

chat bot
आपका साथी