बोरा और गोदाम तो बहाना है, असल में किसानों को टरकाना है

बोरा और गेहूं की उठान न होने की शिकायत बताकर किसानों को किया जा रहा परेशान

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 05:49 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:49 PM (IST)
बोरा और गोदाम तो बहाना है, असल में किसानों को टरकाना है
बोरा और गोदाम तो बहाना है, असल में किसानों को टरकाना है

महराजगंज: जिले के क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद के नाम पर केंद्र प्रभारियों की मनमानी हावी है। किसानों को कभी बोरे की कमी तो कभी गोदाम में जगह न होने का बहाना बनाकर दौड़ाया जा रहा है। हालांकि जिला स्तर के अधिकारी बिना जमीनी हकीकत जाने सब कुछ ठीक-ठाक बता रहे हैं लेकिन असल में सच्चाई कुछ और ही है। केंद्र प्रभारियों की मनमानी के कारण किसानों को गेहूं की तौल कराने में पसीने छूट रहे हैं।

जिले में किसानों के गेहूं की खरीद के लिए 122 खरीद केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर अब तक 11 हजार मिट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीदारी हो चुकी है। अधिकांश केंद्रों पर किसानों को कहीं बोरा तो कहीं गोदाम फुल हो जाने का बहाना बताकर किसानों को टरकाया जा रहा है। अधिकांश केंद्रों पर तो बिचौलियों के माध्यम से गेहूं क्रय किया जा रहा है। कई केंद्रों पर किसानों को गोदाम फुल हो जाने के कारण दूसरे दिन आने को कहा जा रहा है। जिला मुख्यालय से सटे खरीद केंद्र करमहा में शुक्रवार को बोरे और गोदाम फुल होने की कमी बताई गई। पिछले तीन दिनों से जिले के पीसीयू, पीसीएफ व विपणन शाखा के कई केंद्रों पर यह खेल लंबे पैमाने पर जारी है। डिप्टी आरएमओ अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि जिले के किसी भी केंद्र पर बोरे की कमी नहीं है। साप्ताहिक बंदी से कुछ केंद्रों से उठान में समस्या आई जिसे दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र प्रभारी अगर लापरवाही करते हैं तो उनके खिलाफ जांचकर कार्रवाई की जाएगी।

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