भारत-नेपाल सीमा पर नोमैंस लैंड के समांतर बनेगी सड़क, जुड़ेंगी एसएसबी चौकियां
पहले चरण में नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के छह जिलों में 550 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी। एक फ्लाईओवर महराजगंज में बनना है जिसके लिए 14.5 हेक्टेयर का वन भूभाग चिह्नित किया गया है। यह फ्लाईओवर यूपी व बिहार को भी जोड़ेगा। फ्लाईओवर के लिए दी जाने वाली भूमि के एवज में लोक निर्माण विभाग 29 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण कराएगा।
महराजगंज : भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए नोमैंस लैंड के समानांतर सड़क बनाई जाएगी। इस सड़क से सीमा पर स्थापित सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की सभी चौकियां आपस में जुड़ जाएंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सड़क निर्माण के निर्देश दे दिए हैं। सड़क निर्माण क्षेत्र में संरक्षित वन भूमि आने पर मध्य प्रदेश के कान्हा और पन्ना नेशनल पार्क की तर्ज पर फ्लाईओवर बनाएं जाएंगे, ताकि वन्यजीव आसानी विचरण और एसएसबी के जवान बेहतर ढंग से सीमा क्षेत्र की निगरानी कर सकें।
पहले चरण में नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के छह जिलों में 550 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी। एक फ्लाईओवर महराजगंज में बनना है, जिसके लिए 14.5 हेक्टेयर का वन भूभाग चिह्नित किया गया है। यह फ्लाईओवर यूपी व बिहार को भी जोड़ेगा। फ्लाईओवर के लिए दी जाने वाली भूमि के एवज में लोक निर्माण विभाग 29 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण कराएगा।
इसी तरह बहराइच के कतर्निया घाट संभाग में 45 हेक्टेयर और बलरामपुर के सुहेलवा जंगल में 138 हेक्टेयर वन भूमि पर नोमैंस लैंड के समानांतर सड़क व फ्लाईओवर बनाए जाने हैं। कतर्निया वन्यजीव अभ्यारण्य और नेपाल के रायल बर्दिया राष्ट्रीय उद्यान को जोड़ने वाले खाटा कारीडोर में भी सड़क बनेगी। सड़क का निर्माण होने से महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर और पीलीभीत जिले की सभी एसएसबी चौकियां आपस में जुड़ जाएंगी। महराजगंज की 13 सुरक्षा चौकियों से होकर गुजरेगी सड़क
समांतर सड़क से महराजगंज की नेपाल से लगी 80 किमी सीमा में स्थापित एसएसबी की 13 सुरक्षा चौकियां आपस में जुड़ जाएंगी। सीमा क्षेत्र में वन क्षेत्र अधिक होने से एसएसबी के जवानों को गश्त में असुविधा होती है। बारिश में नेपाल की नदियों से पानी आने के चलते क्षेत्र बाढ़ग्रस्त हो जाता है। सीमा क्षेत्र में सड़क व फ्लाईओवर बनने से निगरानी में काफी सहूलियत मिलेगी। सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ पुष्प कुमार के. ने बताया कि महराजगंज में फ्लाईओवर के लिए वन विभाग की 14.5 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है। निचलौल के पथलहवा से शुरू होने वाला यह फ्लाईओवर बिहार सीमा तक जाएगा। इसके एवज में 29 हेक्टेयर भूभाग पर पौधे लगाए जाएंगे।