सकारात्मक सोच व कड़ी मेहनत से मिलेगी सफलता

एसडीएम से रूबरू हुए विद्यार्थी पूछे सवाल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 05:07 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 05:07 PM (IST)
सकारात्मक सोच व कड़ी मेहनत से मिलेगी 
सफलता
सकारात्मक सोच व कड़ी मेहनत से मिलेगी सफलता

महराजगंज: दैनिक जागरण बाल संवाद कार्यक्रम के तहत मंगलवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उपजिलाधिकारी रामसजीवन मौर्य से कोरोना काल में बाधित शिक्षा के नियोजन, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों, महिला सुरक्षा व सशक्तीकरण आदि से संबंधित अनेक सवाल पूछे। जिसका उपजिलाधिकारी ने सिलसिलेवार जवाब दिया। उपजिलाधिकारी ने कहा कि सकारात्मक सोच व कड़ी मेहनत से किसी भी बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। आगे बढ़ने के लिए सबसे पहले अपने लक्ष्य को तय करें। फिर उसे प्राप्त करने के लिए सही दिशा में कड़ी मेहनत करें। सफलता अवश्य प्राप्त होगी।

सवाल: सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल निचलौल के 11वीं की छात्रा समीक्षा कसौधन ने कहा कि जो छात्राएं स्कूल आती जाती हैं। उन्हें कोई समस्या होती है, या कोई परेशान करता है। तो ऐसे में किसकी मदद लेनी चाहिए?

जवाब: इसके लिए थाना स्तर पर एंटी रोमियो टीम गठित है। साथ ही महिला हेल्पलाइन के लिए तत्काल 181 व वीमेन पावर लाइन 1090 पर सूचना देकर मदद ली जा सकती है।

सवाल: सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल निचलौल की11वीं की छात्रा श्वेता पांडेय ने कहा कि लड़कों की अपेक्षा लड़कियों की शिक्षा पर अभिभावक कम ध्यान देते हैं। इसके लिए क्या करना चाहिए?

जवाब: बालिका शिक्षा को बढ़ावा के लिए सरकार गंभीर है। जनजागरूकता चलाकर लोगों को बेटियों की शिक्षा के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसलिए बेटा-बेटी का नारा दिया गया है। इसके लिए परिवार की महिलाओं को जागरूक होना चाहिए।

सवाल: सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल निचलौल के कक्षा 12वीं के छात्र ज्ञानदीप ने कहा कि सड़क पर घूम रहे बेसहारा पशुओं से हादसे हो रहे हैं। साथ ही वह खेतों को भी नुकसान कर रहे हैं। प्रशासन स्तर पर क्या व्यवस्था है?

जवाब: संबंधित क्षेत्रों के पशु चिकित्सक, ब्लाक व नगर पंचायत को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। प्रशासन बेसहारा पशुओं को गोसदन भेज रहा है। अगर कहीं बेसहारा पशु दिखे तो ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी को सूचना दे सकते है।

सवाल: सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल निचलौल के कक्षा 10वीं के छात्र ऋषिकेश द्विवेदी ने कहा कि कोरोना महामारी काल में केवल कक्षा नौ के ऊपर के छात्रों की कक्षाएं चलाई जा रही हैं। जबकि अन्य बच्चे वंचित हैं?

जवाब: कोविड-19 को देखते हुए छोटे बच्चों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से सरकार ने यह कदम उठाया है। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन शिक्षा देने की व्यवस्था की गई है।

सवाल: रामहर्ष इंटर कालेज निचलौल के छात्र अहमद र•ा ने कहा कि क्या बच्चे कामर्स की पढ़ाई करके बेहतर मुकाम हासिल कर सकते हैं?

जवाब: यदि प्रतिभा है तो सभी क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। प्रतिभा सिद्ध करने पर कड़ी मेहनत के जरिये किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

सवाल: रामहर्ष इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 12वीं की छात्रा अमृता कसौधन ने कहा कि बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम हुआ है। जिससे आगे की तैयारी में बाधा आ सकती है। ऐसे में क्या करें?

जवाब: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अलग होती है। उसके लिए अतिरिक्त मेहनत की आवश्यकता होती है। अभी से लक्ष्य बनाकर मेहनत करें, सफलता जरूर मिलेगी।

सवाल: रामहर्ष इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 12वीं के छात्र सोनू गुप्ता ने कहा कि कोरोना के दौर में छात्रों को कैसे तैयारी करनी चाहिए?

जवाब: समय कोई भी हो लेकिन इतनी मेहनत करो कि खुद को महसूस हो कि इससे अच्छी तैयारी नहीं हो सकती हैं। परिस्थितियों को अपने अनुरूप विकसित करें। अभिभावकों को धोखा न दें।

सवाल: रामहर्ष इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 12वीं की छात्रा अंबिका मद्धेशिया ने कहा कि कोरोना काल मे आनलाइन कक्षाएं चली थी। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल व नेटवर्क की समस्या रहती है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे तैयारी कैसे करें?

जवाब: पुस्तक सबसे अच्छा दोस्त होता है। किताबों का गहन अध्ययन कीजिये,जहां परेशानी हो अपने अध्यापक से बात कर समस्या का समाधान करें।

सवाल: ज्ञान भारती इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 11वीं के छात्र विश्वामित्र चौधरी ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों के बजाय प्राइवेट स्कूल में भेजते हैं, आखिर सरकारी स्कूलों में प्राइवेट की तरह व्यवस्था क्यों नहीं मिल पाती है?

जवाब: इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रत्येक न्याय पंचायत में कम से कम दो विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की व्यवस्था है। लोगों को भ्रांतियां त्यागकर अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजना चाहिए।

सवाल: ज्ञान भारती इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 12वीं के छात्र अंकित खरवार ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है? और प्राइवेट स्कूलों में निर्धारित से ज्यादा शुल्क लिया जाता है, क्या यह उचित है?

जवाब: शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए सरकार शिक्षकों की भर्ती कर रही है। जहां तक निर्धारित शुल्क से ज्यादा लेने की शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी।

सवाल: ज्ञान भारती इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 12वीं की छात्रा शीतल पटेल ने कहा कि आईएएस अधिकारी बनने के लिए क्या घर से तैयारी कर सकते हैं?

जवाब: सिविल सेवा में जाने के लिए स्नातक की योग्यता होनी चाहिए। इसकी तैयारी घर से भी की जा सकती है। अब ऑनलाइन व आधुनिक तकनीक से घर बैठे कामयाबी हासिल कर सकते हैं।

सवाल: ज्ञान भारती इंटर कालेज निचलौल के कक्षा 12वीं की छात्रा शिल्पा पटेल ने कहा कि कोरोना काल मे पिछले आठ माह से विद्यालय बंद हैं। बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन पूरी शुल्क वसूल रहा है?

जवाब: विद्यालय से शुल्क नहीं लेने का सुझाव दिया जा सकता है। कई विद्यालयों ने शुल्क माफ भी किया है। यह विद्यालयों का व्यक्तिगत मामला है, इस पर शासन स्तर से कोई आदेश नहीं आया है।

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