सिसवा में अवैध बीज कंपनी पर पुलिस का छापा, सील

सिसवा-निचलौल मार्ग पर तीन कमरों के मकान में लंबे समय से चल रहा था बीज पैंकिग का खेल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 12:33 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 12:33 AM (IST)
सिसवा में अवैध बीज कंपनी पर पुलिस का छापा, सील
सिसवा में अवैध बीज कंपनी पर पुलिस का छापा, सील

महराजगंज: सिसवा कस्बे में अवैध रूप से संचालित एक बीज कंपनी पर गुरुवार की शाम छापा मारकर कोठीभार पुलिस ने बड़ी मात्रा में रैपर व मक्के का अप्रमाणित बीज बरामद किया है। सूचना मिलते ही मौके पर जांच करने पहुंचे जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार की उपस्थिति में कंपनी के गोदाम पर ताला लगाकर उसे सीज भी कर दिया गया है।

कोठीभार के थाना प्रभारी अमरजीत यादव ने बताया कि गुरुवार की दोपहर सूचना मिली थी कि सिसवा-निचलौल मार्ग पर पेट्रोल पंप के समीप एक बिल्डिग की ग्राउंड फ्लोर पर अवैध रूप से मक्के के बीज की बेनामी कंपनी के रैपर में पैकिग की जा रही है। उसे लंबे पैमाने पर दूसरे प्रदेशों में बेंचा जा रहा है। सूचना के आधार पर महिला व पुरूष आरक्षियों के साथ छापेमारी की गई तो वहां मौजूद कर्मचारी भाग खड़े हुए। मौके से बड़ी मात्रा में रैपर व मक्के का बीज भी बरामद हुआ। सूचना पाकर पहुंचे जिलाकृषि अधिकारी की जांच में ऐसी किसी कंपनी का पंजीकरण नहीं पाया गया। जिसपर बरामद सामानों को जब्त करते हुए गोदाम को सील कर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि अवैध गतिविधियों को पाए जाने पर कोठीभार पुलिस ने एक गोदाम को सील किया है। पुलिस ने पैंकिग मशीन व एक बेनामी कंपनी के रैपर भी बरामद किए हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूर्व नगर अध्यक्ष के खिलाफ गैर जमानती वारंट

महराजगंज: सिसवा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जगदीश प्रसाद जायसवाल के खिलाफ सीजेएम न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी कर पुलिस को गिरफ्तारी कर न्यायालय प्रस्तुत किए जाने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यह आदेश वर्ष 2005 में दर्ज हुए सरकारी धन के दुरूपयोग के मामले में दर्ज हुए मुकदमें की सुनवाई के बाद दी है।

आरोप है कि वर्ष 2005 में नगर अध्यक्ष के पद पर आसीन चेयरमैन जगदीश जायसवाल ने गलत तरीके से सरकारी धन का भुगतान करा लिया था। जिस पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने जांच के बाद अधिशासी अधिकारी व नगर अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। दर्ज मुकदमें में कोर्ट से जारी की गई नोटिस के बावजूद जब आरोपित जायसवाल उपस्थित नहीं हुए तो कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी कर दिया है।

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