निश्शुल्क चिकित्सा शिविर में इलाज के लिए उमड़े लोग
डा. धनंजय कुशवाहा एवं डा. अरहम ने कहा कि गठिया जोड़ों के दर्द आदि का कारण गलत तरीके के उठने बैठने से एवं अनियमित दिनचर्या के साथ गलत खान पान है। नियमित रूप से व्यायाम एवं फिजियोथैरेपी से इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
महराजगंज: केएमसी डिजिटल हास्पिटल महराजगंज ने अमृत महोत्सव के अन्तर्गत निशुल्क चिकित्सा एवं स्वास्थ्य जन जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया । विकासखंड लक्ष्मीपुर के रुद्रपुर शिवनाथ ग्राम में आयोजित शिविर में हड्डी, जोड़ रोग एवं मूत्र रोग के मरीजों की संख्या अधिक थी। स्वास्थ्य टीम में डा. रजा ने कहा की मौसम बदल रहा है। इस समय जागरूक रहने की जरूरत है। पानी को उबाल कर पीए, ताजा भोजन करें। दिनचर्या नियमित रखें। जिससे असाध्य बीमारियों से बचा जा सकता है।
डा. धनंजय कुशवाहा एवं डा. अरहम ने कहा कि गठिया, जोड़ों के दर्द आदि का कारण गलत तरीके के उठने बैठने से एवं अनियमित दिनचर्या के साथ गलत खान पान है। नियमित रूप से व्यायाम एवं फिजियोथैरेपी से इन बीमारियों से बचा जा सकता है। करिश्मा, सीमा, पल्लवी, सना फिजियोथैरेपिस्ट रिया, प्रिया,स्वेता, पूजा आप्टोमेट्रिस्ट कल्पना, इंदु ने उपचार किया। शिविर में ग्राम के युवा शक्ति संगठन के पदाधिकारियों ने सहयोग किया। श्री नारायण, जितेंद्र त्रिपाठी, शिवचंद, शेष मन, मशहूर आलम, राधे रमण, राधेश्याम, इमरान, धुरई, धर्मेद्र विश्वकर्मा, चंदू, रामावतार, मनीषा धरिया, प्रमोद, प्रदीप साहनी आदि उपस्थित रहे। एसएनसीयू वार्ड में बढ़ाएं बेड की संख्या
महराजगंज: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने बीती रात जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओवर लोड से जूझ रहे सिक एंड बार्न यूनिट केयर (एसएनसीयू) में बच्चों की स्थिति को देखा। तीमारदारों से वार्ता कर सुविधा का हाल जाना। सीएमओ ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। कहा कि मशीन आकर रखी है। वार्ड का इंफ्रास्ट्रेक्चर तैयार कर इसे अतिशीघ्र चालू किया जाए, ताकि नवजातों को सहूलियत मिले। ओवर लोड से जूझ रहे इंसेफ्लाइटिस व एसएनसीयू वार्ड
जिला संयुक्त चिकित्सालय का इंसेफ्लाइटिस और एसएनसीयू वार्ड ओवर से जूझ रहा है। 15 बेड के इंसेफ्लाइटिस वार्ड में 28 बच्चे भर्ती हैं, जबकि 20 बेड के एसएनसीयू में 57 नवजात भर्ती हैं। वार्ड के फुल होने से मरीजों संग तीमारदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।